नूंह हिंसा के बाद इंटरनेट पर बढ़ी पाबंदी, हरियाणा के कई जिलों में सेवाएं 5 अगस्त तक निलंबित, एसआईटी करेगी मामले की जांच
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हरियाणा के नूंह जिले में हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं। सांप्रदायिक हिंसा सबसे पहले यहीं भड़की। यहां बड़े स्तर पर आगजनी की गई। जिसका असर हरियाणा के दूसरे जिलों में बी देखा जा रहा है। हालात को सामान्य करने की कोशिशों के तहत कर्फ्यू लगाया गया वहीं शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नूंह, फरीदाबाद और पलवल और गुरुग्राम जिले के सोहना, पटौदी और मानेसर उप-मंडलों में 5 अगस्त तक इंटरनेट सेवाओं को बंद रखने का फैसला हरियाणा सरकार ने लिया है। सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
हिंसा के बाद हरियाणा पुलिस का एक्शन
हिंसा के बाद हरियाणा पुलिस ने 139 लोगों को गिरफ्तार किया है और 45 एफआईआर दर्ज की हैं तीन एफआईआर सोशल मीडिया पर भड़काऊ चीजें पोस्ट करने वालों के खिलाफ हैं।वहीं सांप्रदायिक हिंसा की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। नूह हिंसा की जांच के लिए 10 एसआईटी बनाई गई हैं। हर टीम पांच एफआईआर की जांच करेगी।
नुकसान की वसूली उपद्रवियों से होगी
वहीं, मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने हिंसा में हुए नुकसान की वसूली उपद्रवियों से ही करने का एलान किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि उपद्रव के दौरान जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई दंगाइयों की ही करवाई जाएगी।
नूंह में केंद्रीय बलों की 14 टीमें तैनात
हिंसा नूंह में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा के दौरान हुई। स्थानीय मुस्लिम समुदाय का दावा है कि वे तलवार और बंदूक लहराते यात्रा कर रहे थे। मुस्लिम विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। बाद में इस यात्रा पर पथराव हो गया जो हिंसा में तब्दील हो गया। हिंसाओं को काबू करने के लिए नूंह समेत गुरुग्राम तक भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। अकेले नूंह में केंद्रीय बलों की 14 टीमें तैनात की गई है। इनके अलावा पलवल में तीन, गुरुग्राम में दो और फरीदाबाद में एक टीम की तैनाती हुई है।
Apr 15 2025, 14:23