India

Dec 06 2023, 17:21

विश्व की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल हुईं निर्मला सीतारमण, Forbes ने जारी की लिस्ट

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फोर्ब्स (Forbes) की दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 32वें स्थान पर जगह पाई है, जिसमें अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और संगीतकार टेलर स्विफ्ट भी शामिल हैं। सूची में नामित तीन अन्य भारतीय महिलाएं HCL कॉर्पोरेशन की SEO रोशनी नादर मल्होत्रा (रैंक 60), स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन सोमा मंडल (रैंक 70), और बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार-शॉ (रैंक 76) हैं।

यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन इस सूची में शीर्ष पर हैं, उनके बाद यूरोपीय सेंट्रल बैंक की बॉस क्रिस्टीन लेगार्ड दूसरे स्थान पर और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमल हैरिस तीसरे स्थान पर हैं। निर्मला सीतारमण मई 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री बनीं और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की भी प्रमुख हैं। फोर्ब्स ने कहा कि राजनीति में आने से पहले उन्होंने यूके के एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन और BBC वर्ल्ड सर्विस में भूमिकाएँ निभाईं। वह राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं।

मल्होत्रा HCL के संस्थापक और उद्योगपति शिव नादर की बेटी हैं। फोर्ब्स ने कहा कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज की अध्यक्ष के रूप में, वह कंपनी के सभी रणनीतिक निर्णयों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने जुलाई 2020 में अपने पिता से यह पद संभाला। फोर्ब्स के अनुसार, सुश्री मंडल सरकारी स्वामित्व वाली स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) की पहली महिला अध्यक्ष हैं। 2021 में भूमिका संभालने के बाद, उन्होंने स्टील निर्माता को वित्तीय वृद्धि दर्ज करने के लिए प्रेरित किया, जैसा कि उनके प्रोफ़ाइल में पढ़ा गया था, क्योंकि उनके नेतृत्व के पहले वर्ष में फर्म का मुनाफा तीन गुना बढ़ गया था।

फोर्ब्स ने बताया कि सुश्री मजूमदार-शॉ भारत की सबसे अमीर स्व-निर्मित महिलाओं में से एक हैं। उन्होंने 1978 में बायोफार्मास्युटिकल फर्म बायोकॉन की स्थापना की थी, जिसकी मलेशिया के जोहोर क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी इंसुलिन फैक्ट्री है।

Delhincr

Jul 06 2023, 16:27

*पुण्यतिथि पर विशेष : आज फिल्म निर्देशक चेतन आनंद की पुण्यतिथि,उनकी जिंदगी में प्रिया राजबंश के लिए था खास अहमियत


मुंबई : हिंदी सिनेमा के सबसे मंझे हुए प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और स्क्रीनराइटर चेतन आनंद को गुजरे आज 26 साल बीत चुके हैं। 6 जुलाई 1997 को 82 साल की उम्र में दुनिया से रुख्सत हुए चेतन की फिल्में जितनी लीजेंड्री थी, उनकी निजी जिंदगी उतनी ही उथल-पुथल से भरी हुई। शादीशुदा होने के बावजूद इनका रिश्ता अपनी ही फिल्म की हीरोइन प्रिया राजवंश से रहा। प्यार ऐसा परवान चढ़ा कि चेतन अपनी हर फिल्म में सिर्फ और सिर्फ प्रिया को ही हीरोइन रखते थे, वहीं प्रिया ने भी जुनून में किसी और फिल्ममेकर के साथ काम न करने का प्रण लिया हुआ था।

50 के दशक में तलाक को मान्यता न मिलने के चलते दोनों 20 सालों तक साथ तो रहे, लेकिन शादी नहीं कर सके। मौत के बाद चेतन अपनी करोड़ों की जायदाद जब पत्नी और बच्चों की जगह इनके नाम कर गए तो खूब हल्ला हुआ। इनकी मौत के बाद इनकी गर्लफ्रेंड की इन्हीं के घर में घुसकर हत्या कर दी गई, जिसका इल्जाम इनके दोनों बेटों और नौकरों पर लगा। लीजेंड्री एक्टर देव आनंद चेतन आनंद के ही छोटे भाई थे, जो इनकी राह पर चलकर फिल्मों से जुड़े थे। राजेश खन्ना को फिल्मों में लाने का क्रेडिट भी इन्हें ही दिया जाता है।

आज चेतन की डेथ एनिवर्सरी के मौके पर पढ़िए उनकी कामयाबी और विवादों से घिरी जिंदगी की चुनिंदा बातें।

3 जनवरी 1915। लाहौर में एडवोकेट पिशोरी लाल आनंद के घर बेटे का जन्म हुआ, जिसका नाम रखा गया चेतन आनंद। इनके जन्म के 8 साल बाद इनके छोटे भाई देव आनंद का जन्म हुआ था। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से हिंदू स्क्रिप्चर की पढ़ाई करने के बाद चेतन ने लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया।

कुछ समय बाद 1930 में उनका ताल्लुक इंडियन नेशनल कांग्रेस से जुड़ा। इसी समय उन्होंने लंदन में इंडियन सिविल सर्विस का एग्जाम भी दिया, लेकिन उनका सिलेक्शन नहीं हुआ।

फिल्म स्क्रिप्ट बेचने पहुंचे थे मुंबई

पढ़ाई पूरी करते ही 40 के दशक के शुरुआत में चेतन ने BBC के लिए काम किया फिर देहरादून के दून स्कूल में इतिहास पढ़ाने लगे। हालांकि, इसी समय उन्होंने सम्राट अशोक पर फिल्म की स्क्रिप्ट लिखनी भी शुरू कर दी। जब स्क्रिप्ट पूरी हुई तो चेतन आनंद अपना सामान बांधकर स्क्रिप्ट बेचने मुंबई आ गए।

उनकी स्क्रिप्ट तो किनारे हो गई, लेकिन फिल्ममेकर मजूमदार ने उन्हें फिल्म राजकुमार में कास्ट कर लिया। फिल्मों में एक्टिंग तो की, लेकिन उनकी असली पसंद तो लेखन और निर्देशन ही थी।

1940 में चेतन ने ख्वाजा अहमद अब्बास की स्क्रिप्ट पर नीचा नगर फिल्म डायरेक्ट की। ये पैरलल सिनेमा की शुरुआती पायनियर फिल्म थी। ये कांस फिल्म फेस्टिवल जाने वाली और वहां बेस्ट फिल्म का ग्रैंड प्रिक्स (अब गोल्डन पाम) जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म है। पहली ही फिल्म से चेतन आनंद इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन डायरेक्टर्स में गिने जाने लगे।

जिससे शादी की उसने दिया धोखा

1943 में चेतन आनंद ने बंगाली क्रिश्चियन उमा चटर्जी से शादी की। उनके पिता ज्ञानेश चंद्र चटर्जी गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, लाहौर के प्रिंसिपल थे। इस शादी से कपल को दो बच्चे केतन और विवेक हुए। कुछ समय बाद ही दोनों में तल्खियां बढ़ने लगीं और उमा चटर्जी का रिश्ता इब्राहिम अलकाजी से शुरू हो गया। उस समय तलाक लेना पाप समझा जाता था, ऐसे में दोनों दुनियावालों की नजरों में शादीशुदा तो रहे, लेकिन दोनों के बीच कोई रिश्ता नहीं रहा।

50 के दशक में चेतन आनंद ने अपने छोटे भाई देव आनंद के साथ मिलकर प्रोडक्शन हाउस नवकेतन प्रोडक्शन की शुरुआत की और अफसर (1950) फिल्म बनाई, देव आनंद हीरो बने और चेतन डायरेक्टर। ये फिल्म काफी सफल साबित हुई और आगे कामयाब फिल्मों का सिलसिला टैक्सी ड्राइवर (1954), आंधियां (1952) से चलता रहा।

वहीदा रहमान के चलते हुआ था छोटे भाई देव आनंद से झगड़ा

चेतन और देव आनंद मिलकर अपने प्रोडक्शन हाउस नवकेतन के लिए फिल्म गाइड (1966) बना रहे थे।

इस फिल्म में देव आनंद ने वहीदा रहमान को रोजी बनाने का फैसला कर लिया, जबकि डायरेक्टर और बड़े भाई चेतन इससे खुश नहीं थे। चेतन को लगता था कि वहीदा अच्छी तरह अंग्रेजी नहीं बोल पातीं, ऐसे में कोई दूसरी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली हीरोइन रखनी चाहिए। दोनों भाइयों की वहीदा रहमान पर ऐसी बहस हुई कि गुस्से में चेतन आनंद ने फिल्म डायरेक्ट करने से ही इनकार कर दिया। उनकी जगह दूसरे भाई विजय आनंद इसके डायरेक्टर बने। गुस्सा यहां भी ठंडा नहीं हुआ तो चेतन ने अपने ही प्रोडक्शन हाउस को भाई देव आनंद के भरोसे छोड़ दूसरा प्रोडक्शन हाउस हिमालय फिल्म्स शुरू कर दिया।

राजेश खन्ना को दिलाई फिल्मों में जगह

1965 में 23 साल की उम्र में राजेश खन्ना ने ऑल इंडिया टैलेंट कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया और 10 हजार लोगों के बीच टॉप 8 फाइनलिस्ट बने। उनके साथ इन 8 फाइनलिस्ट में फरीदा जलाल और राजेश ने जीत हासिल की थी। इसी दौरान राजेश खन्ना पर चेतन आनंद की नजर पड़ी और उन्होंने राजेश को अपनी फिल्म आखिरी खत से हिंदी सिनेमा में उतारा। हालांकि, प्रोडक्शन डिले के चलते राजेश खन्ना की फिल्म राज पहले रिलीज हो गई।

अनलकी समझे जाने वाले कैफी आजमी को दिलाई पहचान

शबाना आजमी के पिता कैफी आजमी अपने जमाने के मशहूर उर्दू राइटर हुआ करते थे। 1951 की फिल्म बुजदिल से कैफी ने बतौर लिरिसिस्ट काम शुरू किया। कैफी के लिखे ज्यादातर गाने जुबां पर चढ़ जाया करते थे, लेकिन जिन भी फिल्मों में वो इस्तेमाल हुए वो लगभग सारी फ्लॉप रहीं। फिल्मी गलियारों में खबरें फैल गईं कि कैफी अनलकी लिरिसिस्ट हैं, जिनके गाने तो हिट होते हैं, लेकिन फिल्में फ्लॉप करवा देते हैं।

एक समय ऐसा आया जब उन्हें काम मिलना बंद होने लगा। इसी बीच एक दिन चेतन आनंद ने उनके घर पर दस्तक दे दी।

चेतन आनंद ने उनसे कहा- मैं एक फिल्म बना रहा हूं, मैं चाहता हूं कि आप उसके गाने लिखें।

कैफी साहब ने जवाब में कहा- सब यही कहते हैं कि मैं लिखता तो अच्छा हूं, पर मेरे सितारे कुछ ठीक नहीं हैं।

आप मुझसे गाने लिखवाकर जोखिम ले रहे हैं।

चेतन ने कहा- मेरे बारे में भी तो लोग यही कहते हैं कि मैं फिल्में तो अच्छी बना लेता हूं पर मेरे भी सितारे अच्छे नहीं हैं। हो सकता है दो खराब सितारे मिलकर कुछ अच्छा कर जाएं।

इसी बात के बाद चेतन ने कैफी आजमी को फिल्म हकीकत में लिरिसिस्ट बना लिया। ये फिल्म भी हिट रही और इसका गाना अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों आज भी सबसे बेहतरीन देशभक्ति गानों में गिना जाता है।

एक तस्वीर से प्रिया राजवंश को चाहने लगे थे चेतन आनंद

ये किस्सा शुरू होता है 1958 में जब प्रिया राजवंश लंदन में पढ़ाई कर रही थीं। प्रिया बेहद खूबसूरत हुआ करती थीं। एक प्रोग्राम के दौरान लंदन के एक फोटोग्राफर ने उनकी तस्वीर निकाली और उसे भारत ले आया। भारत में वो फोटोग्राफर सबसे पहले फिल्ममेकर ठाकुर रणवीर सिंह के पास पहुंचा। रणवीर ने तस्वीर देखी और उन्हें एक नजर में ही प्रिया पसंद आ गईं। वो उस तस्वीर को लेकर सीधे चेतन आनंद के पास आ पहुंचे जो उस समय फिल्म हकीकत की हीरोइन के लिए नए चेहरे की तलाश में थे। जैसे ही चेतन के हाथ प्रिया की तस्वीर लगी तो उन्होंने 1962 में उन्हें फिल्म में साइन कर लिया।

प्रिया के बिना चेतन ने नहीं बनाई कोई फिल्म

हकीकत फिल्म की शूटिंग करते हुए प्रिया राजवंश और चेतन आनंद एक- दूसरे को चाहने लगे और प्यार ऐसा परवान चढ़ा कि दोनों ने ये रिश्ता जिंदगी भर जारी रखा। इसके बावजूद कि दोनों की उम्र में 21 सालों का लंबा फासला था। हकीकत फिल्म की कामयाबी के बाद से ही चेतन अपनी लगभग हर फिल्म में प्रिया राजवंश को ही हीरोइन बनाने लगे। प्रिया राजवंश पहली फिल्म हकीकत से पॉपुलर हुईं तो उस जमाने का हर बड़ा फिल्ममेकर उन्हें लेकर फिल्में बनाना चाहता था, लेकिन प्रिया ने सिर्फ चेतन आनंद की ही फिल्में करने का फैसला किया। अपने छोटे करियर में प्रिया ने चेतन के भाई देव के साथ 1977 की फिल्म साहेब बहादुर की।

प्रिया ने चेतन के साथ रहने के लिए अपना फिल्मी करियर और पर्सनल लाइफ सब छोड़ दी। प्रिया अपने जमाने की सबसे पढ़ी-लिखी एक्ट्रेस थीं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने परिवार का दबाव होने के बावजूद शादीशुदा चेतन को न छोड़ा न ही कभी शादी की। दोनों लिव-इन में चेतन आनंद के जुहू के रुइया पार्क बंगले पर साथ रहते थे। दोनों का ये रिश्ता चेतन की मौत तक कायम रहा।

अपनी संपत्ति पत्नी की जगह प्रिया को सौंप गए थे चेतन

6 जुलाई 1997 तो चेतन आनंद ने 82 साल की उम्र में आखिरी सांसें लीं। मौत से पहले उन्होंने अपनी ज्यादातर संपत्ति पत्नी उमा और बच्चों की जगह प्रिया राजवंश के नाम कर दी थी। इनमें उनका जुहू स्थित वो आलीशान बंगला भी था, जिसमें उन्होंने प्रिया के साथ 20 साल बिताए थे। जिस जगह वो बंगला है वो भारत का सबसे महंगा इलाका है। विल के अनुसार प्रिया उस बंगले में रह सकती थीं, लेकिन उसे बेचने का अधिकार उनके पास नहीं था। अगर प्रिया को कुछ होता तो वो बंगला और बची हुई संपत्ति चेतन आनंद के बच्चों केतन और विवेक के पास जाती, क्योंकि प्रिया और चेतन की अपनी कोई संतान नहीं थी।

चेतन आनंद के बेटे केतन आनंद।

केतन टूटे खिलौने (1978), शर्त (1986) और आजा मेरी जान (1993) फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं।

बच्चों और नौकरों पर लगा कत्ल का आरोप

चेतन आनंद की मौत के 3 साल बाद 27 मार्च 2000 को प्रिया राजवंश का शव उनके जुहू स्थित बंगले में मिला, जहां उन दिनों चेतन के बेटे विवेक और केतन भी रह रहे थे। जांच में प्रिया के कमरे में एक लेटर मिला, जिसमें उन्होंने दोनों बेटों से हत्या के डर का जिक्र किया था। जांच में दोनों बेटों और नौकरों माला चौधरी और अशोक चिन्नास्वामी को दोषी माना गया। चारों को 2002 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, हालांकि चंद महीनों बाद ही उन्हें बेल पर रिहाई मिल गई। 2011 में चेतन आनंद ने केस में दोबारा सुनवाई की मांग की थी, जिसके बाद उन्हें सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया है।

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Mar 19 2023, 12:40

Uttar Pradesh : UPRVUNL Technical Grade II TG 2 Final Result 2023 Released

Advt No. : U-48/UPRVUSA/2022

Total Vacancy: 128

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Mar 01 2023, 18:49

*भारत की ब्रिटेन को दो टूक, एस जयशंकर ने कहा-बीबीसी को भी मानना होगा हमारे देश का कानून*

#indiabluntanswertobritainbbcwillhavetofollowthelawsof_india 

जी20 सदस्यों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने यहां बुधवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बीबीसी के भारत स्थित कार्यालयों में आयकर विभाग के सर्वेक्षणों का मुद्दा उठाया। जिसका डॉ. जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया।भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उन्हें साफ किया है कि भारत में जो भी संस्था काम करेगी, उसे देश का कानून मानना ही होगा, चाहे वह कोई भी हो।

बीबीसी दफ्तरों की हुई थी तलाशी

बता दें कि, बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तरों की इनकम टैक्स के अधिकारियों ने तलाशी ली थी। 14 फरवरी को शुरू हुआ सर्वे अभियान तीन दिनों तक चला था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बताया है कि बीबीसी ने इंटरनैशल टैक्स में घपला किया है। बीबीसी पर इस कार्रवाई का मुद्दा ब्रिटिश संसद में भी उठा था। तब ब्रिटेन की सरकार और विपक्षी लेबर पार्टी ने बीबीसी का बचाव करते हुए इनकम टैक्स सर्वे पर चिंता जाहिर की थी। 

पहले डॉक्युमेंट्री को लेकर मचा था बवाल

इनकम टैक्स सर्वे से पहले बीबीसी ने 2002 गुजरात दंगों पर एक डॉक्युमेंट्री रिलीज की थी। बीजेपी ने इसे भारत के खिलाफ दुष्प्चार करार दिया। India: The Modi Question नाम से जारी इस डॉक्युमेंट्री पर भारत में पाबंदी लगा दी गई। विपक्षी दलों और कई संस्थाओं ने भारत सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया और वहां भी सुनवाई हुई। तभी 14 फरवरी को बीबीसी के ऑफिसों में इनकम टैक्स सर्वे शुरू हो गया।

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Feb 21 2023, 09:04

Uttar Pradesh : UPRVUNL Technical Grade TG II Result 2022 Released

Advt No. : U-48/UPRVUSA/2022

Name of Organization : Uttar Pradesh Rajya Vidhut Utpadan Nigam Limited (UPRVUNL)

Total Vacancy : 128

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నిజంనిప్పులాంటిది

Feb 17 2023, 07:40

పేల్చేటోళ్లు, కూల్చేటోళ్ల చేతికెళ్తే తెలంగాణ మళ్లీ ఆగమవుతుంది: హరీశ్‌రావు

యాదాద్రి: బీబీసీ(BBC)లో కథనం ప్రసారం అయ్యిందని.. ఆ సంస్థలపై దాడులు జరుపుతోన్న కేంద్రం తీరుతో ప్రపంచం ముందు దేశం పరువుపోతోందని తెలంగాణ వైద్యారోగ్య శాఖ మంత్రి హరీశ్‌రావు (Minister Harish rao) అన్నారు. వార్తా కథనంలో తప్పులుంటే వివరణ ఇవ్వాలి కానీ, ఇలాంటి చర్యలు దేశ ప్రతిష్ఠను దెబ్బ తీయటమే అవుతుందని విమర్శించారు. యాదగిరిగుట్టలో రూ.45 కోట్లతో 100 పడకల ఆస్పత్రి నిర్మాణానికి ఎంపీ బడుగుల లింగయ్య, స్థానిక ఎమ్మెల్యే గొంగడి సునీతతో కలిసి ఆయన శంకుస్థాపన చేశారు.

ఈ సందర్భంగా ఏర్పాటు చేసిన సమావేశంలో హరీశ్‌రావు మాట్లాడారు. వైద్యారోగ్యంలో తెలంగాణను అగ్రస్థానంలో నిలపడమే లక్ష్యంగా రాష్ట్ర ప్రభుత్వం కృషి చేస్తోందని చెప్పారు. త్వరలోనే యాదాద్రి జిల్లాలో వైద్య కళాశాల ఏర్పాటుచేస్తామన్నారు.

రాష్ట్రంలో మరో 9 వైద్య కళాశాలల ఏర్పాటును త్వరలో చేపడతామని తెలిపారు. ఉద్యోగ నోటిఫికేషన్లు ఇస్తే భాజపా నేతలు కుట్రలు అంటున్నారని వారిపై విరుచుకుపడ్డారు. ‘‘ఉద్యోగ ప్రకటనలు ఇస్తే భాజపా అధ్యక్షుడు కుట్రలు అంటుంటారు. ఇలాంటి వింత నేతను ఎక్కడైనా చూశామా? అంబేడ్కర్‌ పేరుతో సచివాలయం నిర్మిస్తే దాన్నీ కూల్చేస్తామంటున్నారు. పేల్చేటోళ్లు, కూల్చేటోళ్ల చేతికెళ్తే తెలంగాణ మళ్లీ ఆగమవుతుంది. కూల్చేస్తాం.. తవ్వేస్తాం.. అనేది భారాస విధానం కాదు. దేవుణ్ని రాజకీయాలకు వాడుకునే సంస్కృతి మాదికాదు. భాజపా నేతల్లా భారాస అబద్ధాలు చెప్పాల్సిన పనిలేదు. చేసింది చెప్పుకొన్నా.. ప్రజలు భారాసకే ఓటు వేస్తారు’’ అని హరీశ్‌రావు అన్నారు.

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Feb 15 2023, 13:10

बीबीसी के कार्यालय में आईटी अधिकारियों के सर्वे के बीच राजनीतिक घमासान भी जारी, कांग्रेस बोली- विनाशकाले विपरीत बुद्धि; भाजपा का पलटवार- पहले आई


 बीबीसी दफ्तर पर आयकर विभाग (आईटी) की तलाशी अभियान के बाद कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। कांग्रेस ने जहां इसे अघोषित आपातकाल कहा है। तो वहीं, भाजपा ने कांग्रेस को आईना देखने की नसीहत दी है।

बीबीसी पर आईटी की कार्रवाई अघोषित आपातकाल: कांग्रेस

कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि बीबीसी पर आईटी की छापामारी अघोषित आपातकाल है। पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि यहां हम अदाणी के मामले में जेपीसी की मांग कर रहे हैं और वहां सरकार बीबीसी के पीछे पड़ी हुई है। 'विनाशकाले विपरीत बुद्धि'। यहां हम अडानी के मामले में JPC की मांग कर रहे हैं और वहां सरकार BBC के पीछे पड़ी हुई है।

भाजपा ने किया पलटवार

कांग्रेस के हमलों के बाद भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने पलटवार किया है। राठौर ने कहा कि ऐसा लगता है अंग्रेजों ने 1947 में भारत छोड़ने के बाद बीबीसी के विघटनकारी एजेंडे को देश में आगे बढ़ाने का काम कांग्रेस को सौंप दिया था। खैर, आपातकाल और प्रेस की आजादी की बात करने वालों को आईना जरूर देखना चाहिए।

बीबीसी के दिल्ली-मुंबई दफ्तर पर तलाशी

गौरतलब है कि आईटी अधिकारी बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तर पर तलाशी ले रहे हैं। आईटी अधिकारी कर चोरी की जांच के सिलसिले में तलाशी ले रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के बिजनेस ऑपरेशन्स से जुड़े कागजातों की जांच की जा रही है।

मोबाइल फोन, लैपटॉप जब्त

एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि आईटी अधिकारी बीबीसी के वित्त विभाग के खाते में कुछ दस्तावेजों का सत्यापन कर रहे हैं। विभाग ने खाते, वित्त विभाग के लोगों के कुछ मोबाइल फोन, लैपटॉप-डेस्कटॉप जब्त किए हैं। अधिकारी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का बैकअप लेंगे फिर इसे वापस सौंप देंगे।

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Feb 15 2023, 10:09

बीबीसी के दफ्तरों में इनकम टैक्स का सर्वे दूसरे दिन भी जारी, रातभर चलती रही तलाशी

#bbcofficeincometaxsurveywentovernightinbbc_offices

आयकर विभाग ने मंगलवार को बीबीसी के दिल्ली और मुंबई ऑफिस में सर्वे किया। आयकर विभाग की यह कार्रवाई मंगलवार सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई और फिलहाल अब तक जारी है। रातभर तलाशी अभियान जारी रहा।सर्वे के बुधवार यानी आज भी जारी रहने की उम्मीद है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीबीसी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन) से जुड़े ट्रांसफर प्राइसिंग में मुनाफे और अनियमितताओं के कथित डायवर्जन से जुड़े एक सर्वे के लिए टैक्स अधिकारियों ने कार्यालयों को सील कर दिया। सर्वे के दौरान सभी के फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए गए।साथ ही अकाउंट डिपार्टमेंट में रखे कम्प्यूटर को भी स्कैन किया गया। इसके अलावा टीम कुछ लैपटॉप, मोबाइल और डेस्कटॉप का बैकअप ले रही है। सूत्रों का कहना है कि आयकर अधिकारी 2012 से अकाउंट डिटेल की जांच कर रहे हैं।

दूसरे दिन भी जारी है सर्वे

बता दें कि इनकम टैक्स की टीम मंगलवार सुबह 11.20 पर बीबीसी के दफ्तर पहुंची थी और सर्वे का काम करीब 12 बजे शुरू हुआ। बीबीसी के नई दिल्ली और मुंबई दफ़्तरों पर भारतीय आयकर विभाग की ओर से तलाशी ली जा रही है।इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी अभी भी बीबीसी के नई दिल्ली और मुंबई दफ़्तर में मौजूद हैं। बीबीसी के कई कर्मचारी इस बिल्डिंग से जा चुके हैं जिन्हें वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा गया है। लेकिन कुछ कर्मचारियों को यहां रहने के लिए कहा गया है।

सर्वे पर सियासत

इस सर्वे को लेकर बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच तीखी राजनीतिक बहस शुरु हो गई। विपक्ष ने इस कदम की जहां निंदा की है, वहीं बीजेपी ने बीबीसी पर भारत के खिलाफ जहरीली रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाया है।कांग्रेस ने इसे तानाशाही बताया है। कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कहा गया था कि "तानाशाह एक डरपोक आदमी होता है"। इसके अलावा कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इस सर्वे की निंदा की है।आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर बीबीसी पर छापा मारकर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को खतरे में डालने का आरोप लगाया।आप नेता आतिशी ने कहा, "भाजपा सरकार उसके खिलाफ बोले या दिखाए गए हर शब्द को दबाना चाहती है। बीबीसी पर इनकम टैक्स का छापा भारत के लोकतंत्र पर हमला है। मीडिया सबसे महत्वपूर्ण है। आज केंद्र की भाजपा सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को तोड़ने का प्रयास कर रही है।

सर्वे को बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री से जोड़ रहा विपक्ष

बीबीसी की ओर से गुजरात दंगों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ रिलीज करने के कुछ हफ्ते बाद आईटी सर्वेक्षण किया गया है। केंद्र सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री को प्रोपेगेंडा बताया था और इसे बैन भी कर दिया गया था। अब विपक्ष इस पूरे सर्वे को इसी डॉक्यूमेंट्री से जोड़ रहा है।

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Feb 14 2023, 15:38

बीबीसी ऑफिस में रेड के बीच सरकार और विपक्ष आमने-सामने, बीजेपी ने बताया दुनिया की सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉर्पोरेशन, विपक्ष ने भी किया वार

#itraidatbbcsofficesbjpandcongresslashoutateach_other

बीबीसी के दिल्ली और मुंबई दफ्तर पर इनकम टैक्स रेड के बीच देश की सियासत गरमा गई है।कांग्रेस और विपक्षी दल बीबीसी पर एक्शन को लेकर मोदी सरकार पर सवाल कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने बीबीसी पर हमला बोला है।

बीबीसी पर नियमानुसार और संविधान के मुताबिक कार्रवाई-गौरव भाटिया

बीजेपी ने बीबीसी को सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉरपोरेशन बताया है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि बीबीसी पूरे विश्व की सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉरपोरेशन हो गई है। उन्होंने कहा कि बीबीसी भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने का टूल बन गया है। इसका इतिहास द्वेष के साथ भारत के लिए काम करने का रहा है। भाटिया ने कहा, बीबीसी पर आयकर विभाग नियमानुसार और संविधान के मुताबिक कार्रवाई कर रहा है। इसे लेकर जिस तरह से राजनीतिक प्रतिक्रिया कांग्रेस की ओर से आ रही है, वह हर भारतीय के लिए चिंता का विषय है। पहले तो कांग्रेस को समझना होगा कि भारत संविधान और कानून के हिसाब से चलता है। यहां चाहें कोई भी एजेंसी हो, ये पिंजरे का तोता नहीं रहीं। ये एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। भाटिया ने कहा कि बीबीसी का प्रोपगेंडा और कांग्रेस का अजेंडा मेल खाता है।

जयराम रमेश ने इसे अघोषित आपातकाल बताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 2002 के गुजरात दंगों को लेकर डॉक्यूमेंट्री बनाने के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से हुई इस कार्रवाई को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस से लेकर टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा तक ने सरकार पर तंज कसा है।बीबीसी ऑफिस पर छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे अघोषित आपातकाल बताया है।उन्होंने कहा कि हम अडानी मामले पर जेपीसी की मांग कर रहे हैं और सरकार बीबीसी के पीछे पड़ी है. उन्होंने छापे को ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ करार दिया है।

महुआ मोइत्रा का सरकार पर तंज

तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा ने ट्विटर के जरिए सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा, बीबीसी के दिल्ली दफ्तर पर छापेमारी की खबर मिली है। क्या सच में? इसकी तो उम्मीद ही नहीं थी...इस बीच अदाणी की फरसान सेवा (अदाणी को गुजराती व्यंजन मिलेंगे) होगी, जब वे सेबी प्रमुख से बातचीत के लिए पहुंचेंगे।

भारत सरकार सच बोलने वालों के पीछे पड़ी है-महबूबा मुफ्ती

दूसरी तरफ पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, बीबीसी के दफ्तर पर छापेमारी की वजह साफ है। भारत सरकार सच बोलने वालों के पीछे पड़ी है। फिर चाहे वह नेता हों, मीडिया हो या कार्यकर्ता हो या कोई और है।

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Feb 11 2023, 10:05

बीबीसी का एक और “बम”, गुजरात दंगों पर डॉक्यूमेंट्री के बाद बनाई 'जिहादी दुल्हन', जानें क्या है मामला

#bbcdocumentaryonisisjihadi_bride

2002 के गोधरा दंगों पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद अबी थमा नहीं है। इसी बीच बीबीसी ने एक और बम फोड़ा है।गुजरात दंगों को लेकर पीएम मोदी डॉक्यूमेंट्री बनाने के बाद 'जिहादी दुल्हन' पर डॉक्यूमेंट्री बनाई है। जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम 'द शमीमा बेगम स्टोरी' रखा गया है। यहां तक की बीबीसी के दर्शकों ने धमकी दी है कि वह अपने सब्सक्रिप्शन का रिन्यू नहीं करेंगे।

जानें क्या है मामला?

दरअसल, 2015 में यूके में रहने वाली शमीमा बेगम नाम की एक 15 वर्षीय किशोरी भाग कर सीरिया चली गई थी। जहां वो इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गई। उसने सीरिया पहुंचने के तुरंत बाद एक डच आईएस लड़ाके से शादी कर ली थी। सीरिया में रहने के दौरान ही वह जिहादी दुल्हन के नाम से कुख्यात हो गई। अब 8 साल बाद बीबीसी ने को उसके प्रति सहानभूति हो गई है और बीबीसी की ‘द शमीमा बेगम स्टोरी’ डॉक्यूमेंट्री बना डाली है। जिसपर विवाद शुरू हो गया है।

बीबीसी ने बताया-शमीमा को सीरिया जाने के फैसले पर दुख

बीबीसी ने शमीमा बेगम पर 90 मिनट की डॉक्यूमेंट्री जारी की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्यूमेंट्री बीबीसी के 10-भाग के पॉडकास्ट ‘आई एम नॉट ए मॉन्स्टर’ के बाद आई है। यह स्टोरी शमीमा बेगम की यूके से सीरीया तक की यात्रा को रीट्रेस करती है, और उसके प्रति सहानुभूति पैदा करने की कोशिश करती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि उसको अपने सीरिया जाने के फैसले पर दुख है। 

बीबीसी को शमीमा से क्यों हो रही सहानुभूति?

बता दें कि शमीमा बेगम जो ब्रिटेन में रहती थी, 15 साल की उम्र में वह अपनी दो सहेलियों कदीजा सुल्ताना और अमीरा अबासे के साथ फरवरी 2015 में ब्रिटेन से भागकर सीरिया चली गई। यहां तीनों ने आईएस के लड़ाकों से शादी कर ली थी। तीन साल से भी अधिक समय तक शमीमा सीरिया में आईएस लड़ाकों के साथ ही रही। इसी दौरान वह जिहादी दुल्हन के नाम से भी मशहूर हो गई थी। आईएस में जाने के बाद 2019 में शमीमा बेगम से यूके सरकार ने उसकी नागरिकता छीन ली थी। इसी बीच सीरिया में आईएस का खात्मा शुरू हो गया। अब 23 साल की हो चुकी शमीमा बेगम वापस यूके लौटना चाहती हैं लेकिन सरकार इसकी इजाजत नहीं दे रही है। उसके ब्रिटेन में लौटने को लेकर कोर्ट में एक मामला भी चल रहा है। 

इसलिए ब्रिटेन के लोगों में हैं गुस्सा

अब चूंकी यूके की सरकार राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर शमीमा की नागरिकता छीन चुकी है। ऐसे में बीबीसी ने शमीमा के प्रति सहानुभूति दिखाई है। जिससे ब्रिटेन में लोग भड़क गए हैं। ब्रिटेन के लोगों का कहना है कि एक आतंकवादी के समर्थन में इस तरह की डॉक्यूमेंट्री बनाकर बीबीसी हिंसा को बढ़ावा देना चाहती है। यूके में दर्शकों ने धमकी दी है कि वे अपने बीबीसी सब्सक्रिप्शन को रिन्यू नहीं करेंगे।

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Dec 06 2023, 17:21

विश्व की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल हुईं निर्मला सीतारमण, Forbes ने जारी की लिस्ट

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फोर्ब्स (Forbes) की दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 32वें स्थान पर जगह पाई है, जिसमें अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और संगीतकार टेलर स्विफ्ट भी शामिल हैं। सूची में नामित तीन अन्य भारतीय महिलाएं HCL कॉर्पोरेशन की SEO रोशनी नादर मल्होत्रा (रैंक 60), स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन सोमा मंडल (रैंक 70), और बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार-शॉ (रैंक 76) हैं।

यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन इस सूची में शीर्ष पर हैं, उनके बाद यूरोपीय सेंट्रल बैंक की बॉस क्रिस्टीन लेगार्ड दूसरे स्थान पर और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमल हैरिस तीसरे स्थान पर हैं। निर्मला सीतारमण मई 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री बनीं और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की भी प्रमुख हैं। फोर्ब्स ने कहा कि राजनीति में आने से पहले उन्होंने यूके के एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन और BBC वर्ल्ड सर्विस में भूमिकाएँ निभाईं। वह राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं।

मल्होत्रा HCL के संस्थापक और उद्योगपति शिव नादर की बेटी हैं। फोर्ब्स ने कहा कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज की अध्यक्ष के रूप में, वह कंपनी के सभी रणनीतिक निर्णयों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने जुलाई 2020 में अपने पिता से यह पद संभाला। फोर्ब्स के अनुसार, सुश्री मंडल सरकारी स्वामित्व वाली स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) की पहली महिला अध्यक्ष हैं। 2021 में भूमिका संभालने के बाद, उन्होंने स्टील निर्माता को वित्तीय वृद्धि दर्ज करने के लिए प्रेरित किया, जैसा कि उनके प्रोफ़ाइल में पढ़ा गया था, क्योंकि उनके नेतृत्व के पहले वर्ष में फर्म का मुनाफा तीन गुना बढ़ गया था।

फोर्ब्स ने बताया कि सुश्री मजूमदार-शॉ भारत की सबसे अमीर स्व-निर्मित महिलाओं में से एक हैं। उन्होंने 1978 में बायोफार्मास्युटिकल फर्म बायोकॉन की स्थापना की थी, जिसकी मलेशिया के जोहोर क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी इंसुलिन फैक्ट्री है।

Delhincr

Jul 06 2023, 16:27

*पुण्यतिथि पर विशेष : आज फिल्म निर्देशक चेतन आनंद की पुण्यतिथि,उनकी जिंदगी में प्रिया राजबंश के लिए था खास अहमियत


मुंबई : हिंदी सिनेमा के सबसे मंझे हुए प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और स्क्रीनराइटर चेतन आनंद को गुजरे आज 26 साल बीत चुके हैं। 6 जुलाई 1997 को 82 साल की उम्र में दुनिया से रुख्सत हुए चेतन की फिल्में जितनी लीजेंड्री थी, उनकी निजी जिंदगी उतनी ही उथल-पुथल से भरी हुई। शादीशुदा होने के बावजूद इनका रिश्ता अपनी ही फिल्म की हीरोइन प्रिया राजवंश से रहा। प्यार ऐसा परवान चढ़ा कि चेतन अपनी हर फिल्म में सिर्फ और सिर्फ प्रिया को ही हीरोइन रखते थे, वहीं प्रिया ने भी जुनून में किसी और फिल्ममेकर के साथ काम न करने का प्रण लिया हुआ था।

50 के दशक में तलाक को मान्यता न मिलने के चलते दोनों 20 सालों तक साथ तो रहे, लेकिन शादी नहीं कर सके। मौत के बाद चेतन अपनी करोड़ों की जायदाद जब पत्नी और बच्चों की जगह इनके नाम कर गए तो खूब हल्ला हुआ। इनकी मौत के बाद इनकी गर्लफ्रेंड की इन्हीं के घर में घुसकर हत्या कर दी गई, जिसका इल्जाम इनके दोनों बेटों और नौकरों पर लगा। लीजेंड्री एक्टर देव आनंद चेतन आनंद के ही छोटे भाई थे, जो इनकी राह पर चलकर फिल्मों से जुड़े थे। राजेश खन्ना को फिल्मों में लाने का क्रेडिट भी इन्हें ही दिया जाता है।

आज चेतन की डेथ एनिवर्सरी के मौके पर पढ़िए उनकी कामयाबी और विवादों से घिरी जिंदगी की चुनिंदा बातें।

3 जनवरी 1915। लाहौर में एडवोकेट पिशोरी लाल आनंद के घर बेटे का जन्म हुआ, जिसका नाम रखा गया चेतन आनंद। इनके जन्म के 8 साल बाद इनके छोटे भाई देव आनंद का जन्म हुआ था। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से हिंदू स्क्रिप्चर की पढ़ाई करने के बाद चेतन ने लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया।

कुछ समय बाद 1930 में उनका ताल्लुक इंडियन नेशनल कांग्रेस से जुड़ा। इसी समय उन्होंने लंदन में इंडियन सिविल सर्विस का एग्जाम भी दिया, लेकिन उनका सिलेक्शन नहीं हुआ।

फिल्म स्क्रिप्ट बेचने पहुंचे थे मुंबई

पढ़ाई पूरी करते ही 40 के दशक के शुरुआत में चेतन ने BBC के लिए काम किया फिर देहरादून के दून स्कूल में इतिहास पढ़ाने लगे। हालांकि, इसी समय उन्होंने सम्राट अशोक पर फिल्म की स्क्रिप्ट लिखनी भी शुरू कर दी। जब स्क्रिप्ट पूरी हुई तो चेतन आनंद अपना सामान बांधकर स्क्रिप्ट बेचने मुंबई आ गए।

उनकी स्क्रिप्ट तो किनारे हो गई, लेकिन फिल्ममेकर मजूमदार ने उन्हें फिल्म राजकुमार में कास्ट कर लिया। फिल्मों में एक्टिंग तो की, लेकिन उनकी असली पसंद तो लेखन और निर्देशन ही थी।

1940 में चेतन ने ख्वाजा अहमद अब्बास की स्क्रिप्ट पर नीचा नगर फिल्म डायरेक्ट की। ये पैरलल सिनेमा की शुरुआती पायनियर फिल्म थी। ये कांस फिल्म फेस्टिवल जाने वाली और वहां बेस्ट फिल्म का ग्रैंड प्रिक्स (अब गोल्डन पाम) जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म है। पहली ही फिल्म से चेतन आनंद इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन डायरेक्टर्स में गिने जाने लगे।

जिससे शादी की उसने दिया धोखा

1943 में चेतन आनंद ने बंगाली क्रिश्चियन उमा चटर्जी से शादी की। उनके पिता ज्ञानेश चंद्र चटर्जी गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, लाहौर के प्रिंसिपल थे। इस शादी से कपल को दो बच्चे केतन और विवेक हुए। कुछ समय बाद ही दोनों में तल्खियां बढ़ने लगीं और उमा चटर्जी का रिश्ता इब्राहिम अलकाजी से शुरू हो गया। उस समय तलाक लेना पाप समझा जाता था, ऐसे में दोनों दुनियावालों की नजरों में शादीशुदा तो रहे, लेकिन दोनों के बीच कोई रिश्ता नहीं रहा।

50 के दशक में चेतन आनंद ने अपने छोटे भाई देव आनंद के साथ मिलकर प्रोडक्शन हाउस नवकेतन प्रोडक्शन की शुरुआत की और अफसर (1950) फिल्म बनाई, देव आनंद हीरो बने और चेतन डायरेक्टर। ये फिल्म काफी सफल साबित हुई और आगे कामयाब फिल्मों का सिलसिला टैक्सी ड्राइवर (1954), आंधियां (1952) से चलता रहा।

वहीदा रहमान के चलते हुआ था छोटे भाई देव आनंद से झगड़ा

चेतन और देव आनंद मिलकर अपने प्रोडक्शन हाउस नवकेतन के लिए फिल्म गाइड (1966) बना रहे थे।

इस फिल्म में देव आनंद ने वहीदा रहमान को रोजी बनाने का फैसला कर लिया, जबकि डायरेक्टर और बड़े भाई चेतन इससे खुश नहीं थे। चेतन को लगता था कि वहीदा अच्छी तरह अंग्रेजी नहीं बोल पातीं, ऐसे में कोई दूसरी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली हीरोइन रखनी चाहिए। दोनों भाइयों की वहीदा रहमान पर ऐसी बहस हुई कि गुस्से में चेतन आनंद ने फिल्म डायरेक्ट करने से ही इनकार कर दिया। उनकी जगह दूसरे भाई विजय आनंद इसके डायरेक्टर बने। गुस्सा यहां भी ठंडा नहीं हुआ तो चेतन ने अपने ही प्रोडक्शन हाउस को भाई देव आनंद के भरोसे छोड़ दूसरा प्रोडक्शन हाउस हिमालय फिल्म्स शुरू कर दिया।

राजेश खन्ना को दिलाई फिल्मों में जगह

1965 में 23 साल की उम्र में राजेश खन्ना ने ऑल इंडिया टैलेंट कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया और 10 हजार लोगों के बीच टॉप 8 फाइनलिस्ट बने। उनके साथ इन 8 फाइनलिस्ट में फरीदा जलाल और राजेश ने जीत हासिल की थी। इसी दौरान राजेश खन्ना पर चेतन आनंद की नजर पड़ी और उन्होंने राजेश को अपनी फिल्म आखिरी खत से हिंदी सिनेमा में उतारा। हालांकि, प्रोडक्शन डिले के चलते राजेश खन्ना की फिल्म राज पहले रिलीज हो गई।

अनलकी समझे जाने वाले कैफी आजमी को दिलाई पहचान

शबाना आजमी के पिता कैफी आजमी अपने जमाने के मशहूर उर्दू राइटर हुआ करते थे। 1951 की फिल्म बुजदिल से कैफी ने बतौर लिरिसिस्ट काम शुरू किया। कैफी के लिखे ज्यादातर गाने जुबां पर चढ़ जाया करते थे, लेकिन जिन भी फिल्मों में वो इस्तेमाल हुए वो लगभग सारी फ्लॉप रहीं। फिल्मी गलियारों में खबरें फैल गईं कि कैफी अनलकी लिरिसिस्ट हैं, जिनके गाने तो हिट होते हैं, लेकिन फिल्में फ्लॉप करवा देते हैं।

एक समय ऐसा आया जब उन्हें काम मिलना बंद होने लगा। इसी बीच एक दिन चेतन आनंद ने उनके घर पर दस्तक दे दी।

चेतन आनंद ने उनसे कहा- मैं एक फिल्म बना रहा हूं, मैं चाहता हूं कि आप उसके गाने लिखें।

कैफी साहब ने जवाब में कहा- सब यही कहते हैं कि मैं लिखता तो अच्छा हूं, पर मेरे सितारे कुछ ठीक नहीं हैं।

आप मुझसे गाने लिखवाकर जोखिम ले रहे हैं।

चेतन ने कहा- मेरे बारे में भी तो लोग यही कहते हैं कि मैं फिल्में तो अच्छी बना लेता हूं पर मेरे भी सितारे अच्छे नहीं हैं। हो सकता है दो खराब सितारे मिलकर कुछ अच्छा कर जाएं।

इसी बात के बाद चेतन ने कैफी आजमी को फिल्म हकीकत में लिरिसिस्ट बना लिया। ये फिल्म भी हिट रही और इसका गाना अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों आज भी सबसे बेहतरीन देशभक्ति गानों में गिना जाता है।

एक तस्वीर से प्रिया राजवंश को चाहने लगे थे चेतन आनंद

ये किस्सा शुरू होता है 1958 में जब प्रिया राजवंश लंदन में पढ़ाई कर रही थीं। प्रिया बेहद खूबसूरत हुआ करती थीं। एक प्रोग्राम के दौरान लंदन के एक फोटोग्राफर ने उनकी तस्वीर निकाली और उसे भारत ले आया। भारत में वो फोटोग्राफर सबसे पहले फिल्ममेकर ठाकुर रणवीर सिंह के पास पहुंचा। रणवीर ने तस्वीर देखी और उन्हें एक नजर में ही प्रिया पसंद आ गईं। वो उस तस्वीर को लेकर सीधे चेतन आनंद के पास आ पहुंचे जो उस समय फिल्म हकीकत की हीरोइन के लिए नए चेहरे की तलाश में थे। जैसे ही चेतन के हाथ प्रिया की तस्वीर लगी तो उन्होंने 1962 में उन्हें फिल्म में साइन कर लिया।

प्रिया के बिना चेतन ने नहीं बनाई कोई फिल्म

हकीकत फिल्म की शूटिंग करते हुए प्रिया राजवंश और चेतन आनंद एक- दूसरे को चाहने लगे और प्यार ऐसा परवान चढ़ा कि दोनों ने ये रिश्ता जिंदगी भर जारी रखा। इसके बावजूद कि दोनों की उम्र में 21 सालों का लंबा फासला था। हकीकत फिल्म की कामयाबी के बाद से ही चेतन अपनी लगभग हर फिल्म में प्रिया राजवंश को ही हीरोइन बनाने लगे। प्रिया राजवंश पहली फिल्म हकीकत से पॉपुलर हुईं तो उस जमाने का हर बड़ा फिल्ममेकर उन्हें लेकर फिल्में बनाना चाहता था, लेकिन प्रिया ने सिर्फ चेतन आनंद की ही फिल्में करने का फैसला किया। अपने छोटे करियर में प्रिया ने चेतन के भाई देव के साथ 1977 की फिल्म साहेब बहादुर की।

प्रिया ने चेतन के साथ रहने के लिए अपना फिल्मी करियर और पर्सनल लाइफ सब छोड़ दी। प्रिया अपने जमाने की सबसे पढ़ी-लिखी एक्ट्रेस थीं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने परिवार का दबाव होने के बावजूद शादीशुदा चेतन को न छोड़ा न ही कभी शादी की। दोनों लिव-इन में चेतन आनंद के जुहू के रुइया पार्क बंगले पर साथ रहते थे। दोनों का ये रिश्ता चेतन की मौत तक कायम रहा।

अपनी संपत्ति पत्नी की जगह प्रिया को सौंप गए थे चेतन

6 जुलाई 1997 तो चेतन आनंद ने 82 साल की उम्र में आखिरी सांसें लीं। मौत से पहले उन्होंने अपनी ज्यादातर संपत्ति पत्नी उमा और बच्चों की जगह प्रिया राजवंश के नाम कर दी थी। इनमें उनका जुहू स्थित वो आलीशान बंगला भी था, जिसमें उन्होंने प्रिया के साथ 20 साल बिताए थे। जिस जगह वो बंगला है वो भारत का सबसे महंगा इलाका है। विल के अनुसार प्रिया उस बंगले में रह सकती थीं, लेकिन उसे बेचने का अधिकार उनके पास नहीं था। अगर प्रिया को कुछ होता तो वो बंगला और बची हुई संपत्ति चेतन आनंद के बच्चों केतन और विवेक के पास जाती, क्योंकि प्रिया और चेतन की अपनी कोई संतान नहीं थी।

चेतन आनंद के बेटे केतन आनंद।

केतन टूटे खिलौने (1978), शर्त (1986) और आजा मेरी जान (1993) फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं।

बच्चों और नौकरों पर लगा कत्ल का आरोप

चेतन आनंद की मौत के 3 साल बाद 27 मार्च 2000 को प्रिया राजवंश का शव उनके जुहू स्थित बंगले में मिला, जहां उन दिनों चेतन के बेटे विवेक और केतन भी रह रहे थे। जांच में प्रिया के कमरे में एक लेटर मिला, जिसमें उन्होंने दोनों बेटों से हत्या के डर का जिक्र किया था। जांच में दोनों बेटों और नौकरों माला चौधरी और अशोक चिन्नास्वामी को दोषी माना गया। चारों को 2002 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, हालांकि चंद महीनों बाद ही उन्हें बेल पर रिहाई मिल गई। 2011 में चेतन आनंद ने केस में दोबारा सुनवाई की मांग की थी, जिसके बाद उन्हें सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया है।

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Mar 19 2023, 12:40

Uttar Pradesh : UPRVUNL Technical Grade II TG 2 Final Result 2023 Released

Advt No. : U-48/UPRVUSA/2022

Total Vacancy: 128

Download Final Result : Click Here

Download Revised Notification : Click Here

Official Website : Click Here

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Mar 01 2023, 18:49

*भारत की ब्रिटेन को दो टूक, एस जयशंकर ने कहा-बीबीसी को भी मानना होगा हमारे देश का कानून*

#indiabluntanswertobritainbbcwillhavetofollowthelawsof_india 

जी20 सदस्यों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने यहां बुधवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बीबीसी के भारत स्थित कार्यालयों में आयकर विभाग के सर्वेक्षणों का मुद्दा उठाया। जिसका डॉ. जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया।भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उन्हें साफ किया है कि भारत में जो भी संस्था काम करेगी, उसे देश का कानून मानना ही होगा, चाहे वह कोई भी हो।

बीबीसी दफ्तरों की हुई थी तलाशी

बता दें कि, बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तरों की इनकम टैक्स के अधिकारियों ने तलाशी ली थी। 14 फरवरी को शुरू हुआ सर्वे अभियान तीन दिनों तक चला था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बताया है कि बीबीसी ने इंटरनैशल टैक्स में घपला किया है। बीबीसी पर इस कार्रवाई का मुद्दा ब्रिटिश संसद में भी उठा था। तब ब्रिटेन की सरकार और विपक्षी लेबर पार्टी ने बीबीसी का बचाव करते हुए इनकम टैक्स सर्वे पर चिंता जाहिर की थी। 

पहले डॉक्युमेंट्री को लेकर मचा था बवाल

इनकम टैक्स सर्वे से पहले बीबीसी ने 2002 गुजरात दंगों पर एक डॉक्युमेंट्री रिलीज की थी। बीजेपी ने इसे भारत के खिलाफ दुष्प्चार करार दिया। India: The Modi Question नाम से जारी इस डॉक्युमेंट्री पर भारत में पाबंदी लगा दी गई। विपक्षी दलों और कई संस्थाओं ने भारत सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया और वहां भी सुनवाई हुई। तभी 14 फरवरी को बीबीसी के ऑफिसों में इनकम टैक्स सर्वे शुरू हो गया।

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Feb 21 2023, 09:04

Uttar Pradesh : UPRVUNL Technical Grade TG II Result 2022 Released

Advt No. : U-48/UPRVUSA/2022

Name of Organization : Uttar Pradesh Rajya Vidhut Utpadan Nigam Limited (UPRVUNL)

Total Vacancy : 128

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Official Website : Click Here

నిజంనిప్పులాంటిది

Feb 17 2023, 07:40

పేల్చేటోళ్లు, కూల్చేటోళ్ల చేతికెళ్తే తెలంగాణ మళ్లీ ఆగమవుతుంది: హరీశ్‌రావు

యాదాద్రి: బీబీసీ(BBC)లో కథనం ప్రసారం అయ్యిందని.. ఆ సంస్థలపై దాడులు జరుపుతోన్న కేంద్రం తీరుతో ప్రపంచం ముందు దేశం పరువుపోతోందని తెలంగాణ వైద్యారోగ్య శాఖ మంత్రి హరీశ్‌రావు (Minister Harish rao) అన్నారు. వార్తా కథనంలో తప్పులుంటే వివరణ ఇవ్వాలి కానీ, ఇలాంటి చర్యలు దేశ ప్రతిష్ఠను దెబ్బ తీయటమే అవుతుందని విమర్శించారు. యాదగిరిగుట్టలో రూ.45 కోట్లతో 100 పడకల ఆస్పత్రి నిర్మాణానికి ఎంపీ బడుగుల లింగయ్య, స్థానిక ఎమ్మెల్యే గొంగడి సునీతతో కలిసి ఆయన శంకుస్థాపన చేశారు.

ఈ సందర్భంగా ఏర్పాటు చేసిన సమావేశంలో హరీశ్‌రావు మాట్లాడారు. వైద్యారోగ్యంలో తెలంగాణను అగ్రస్థానంలో నిలపడమే లక్ష్యంగా రాష్ట్ర ప్రభుత్వం కృషి చేస్తోందని చెప్పారు. త్వరలోనే యాదాద్రి జిల్లాలో వైద్య కళాశాల ఏర్పాటుచేస్తామన్నారు.

రాష్ట్రంలో మరో 9 వైద్య కళాశాలల ఏర్పాటును త్వరలో చేపడతామని తెలిపారు. ఉద్యోగ నోటిఫికేషన్లు ఇస్తే భాజపా నేతలు కుట్రలు అంటున్నారని వారిపై విరుచుకుపడ్డారు. ‘‘ఉద్యోగ ప్రకటనలు ఇస్తే భాజపా అధ్యక్షుడు కుట్రలు అంటుంటారు. ఇలాంటి వింత నేతను ఎక్కడైనా చూశామా? అంబేడ్కర్‌ పేరుతో సచివాలయం నిర్మిస్తే దాన్నీ కూల్చేస్తామంటున్నారు. పేల్చేటోళ్లు, కూల్చేటోళ్ల చేతికెళ్తే తెలంగాణ మళ్లీ ఆగమవుతుంది. కూల్చేస్తాం.. తవ్వేస్తాం.. అనేది భారాస విధానం కాదు. దేవుణ్ని రాజకీయాలకు వాడుకునే సంస్కృతి మాదికాదు. భాజపా నేతల్లా భారాస అబద్ధాలు చెప్పాల్సిన పనిలేదు. చేసింది చెప్పుకొన్నా.. ప్రజలు భారాసకే ఓటు వేస్తారు’’ అని హరీశ్‌రావు అన్నారు.

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Feb 15 2023, 13:10

बीबीसी के कार्यालय में आईटी अधिकारियों के सर्वे के बीच राजनीतिक घमासान भी जारी, कांग्रेस बोली- विनाशकाले विपरीत बुद्धि; भाजपा का पलटवार- पहले आई


 बीबीसी दफ्तर पर आयकर विभाग (आईटी) की तलाशी अभियान के बाद कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। कांग्रेस ने जहां इसे अघोषित आपातकाल कहा है। तो वहीं, भाजपा ने कांग्रेस को आईना देखने की नसीहत दी है।

बीबीसी पर आईटी की कार्रवाई अघोषित आपातकाल: कांग्रेस

कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि बीबीसी पर आईटी की छापामारी अघोषित आपातकाल है। पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि यहां हम अदाणी के मामले में जेपीसी की मांग कर रहे हैं और वहां सरकार बीबीसी के पीछे पड़ी हुई है। 'विनाशकाले विपरीत बुद्धि'। यहां हम अडानी के मामले में JPC की मांग कर रहे हैं और वहां सरकार BBC के पीछे पड़ी हुई है।

भाजपा ने किया पलटवार

कांग्रेस के हमलों के बाद भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने पलटवार किया है। राठौर ने कहा कि ऐसा लगता है अंग्रेजों ने 1947 में भारत छोड़ने के बाद बीबीसी के विघटनकारी एजेंडे को देश में आगे बढ़ाने का काम कांग्रेस को सौंप दिया था। खैर, आपातकाल और प्रेस की आजादी की बात करने वालों को आईना जरूर देखना चाहिए।

बीबीसी के दिल्ली-मुंबई दफ्तर पर तलाशी

गौरतलब है कि आईटी अधिकारी बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तर पर तलाशी ले रहे हैं। आईटी अधिकारी कर चोरी की जांच के सिलसिले में तलाशी ले रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के बिजनेस ऑपरेशन्स से जुड़े कागजातों की जांच की जा रही है।

मोबाइल फोन, लैपटॉप जब्त

एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि आईटी अधिकारी बीबीसी के वित्त विभाग के खाते में कुछ दस्तावेजों का सत्यापन कर रहे हैं। विभाग ने खाते, वित्त विभाग के लोगों के कुछ मोबाइल फोन, लैपटॉप-डेस्कटॉप जब्त किए हैं। अधिकारी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का बैकअप लेंगे फिर इसे वापस सौंप देंगे।

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Feb 15 2023, 10:09

बीबीसी के दफ्तरों में इनकम टैक्स का सर्वे दूसरे दिन भी जारी, रातभर चलती रही तलाशी

#bbcofficeincometaxsurveywentovernightinbbc_offices

आयकर विभाग ने मंगलवार को बीबीसी के दिल्ली और मुंबई ऑफिस में सर्वे किया। आयकर विभाग की यह कार्रवाई मंगलवार सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई और फिलहाल अब तक जारी है। रातभर तलाशी अभियान जारी रहा।सर्वे के बुधवार यानी आज भी जारी रहने की उम्मीद है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीबीसी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन) से जुड़े ट्रांसफर प्राइसिंग में मुनाफे और अनियमितताओं के कथित डायवर्जन से जुड़े एक सर्वे के लिए टैक्स अधिकारियों ने कार्यालयों को सील कर दिया। सर्वे के दौरान सभी के फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए गए।साथ ही अकाउंट डिपार्टमेंट में रखे कम्प्यूटर को भी स्कैन किया गया। इसके अलावा टीम कुछ लैपटॉप, मोबाइल और डेस्कटॉप का बैकअप ले रही है। सूत्रों का कहना है कि आयकर अधिकारी 2012 से अकाउंट डिटेल की जांच कर रहे हैं।

दूसरे दिन भी जारी है सर्वे

बता दें कि इनकम टैक्स की टीम मंगलवार सुबह 11.20 पर बीबीसी के दफ्तर पहुंची थी और सर्वे का काम करीब 12 बजे शुरू हुआ। बीबीसी के नई दिल्ली और मुंबई दफ़्तरों पर भारतीय आयकर विभाग की ओर से तलाशी ली जा रही है।इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी अभी भी बीबीसी के नई दिल्ली और मुंबई दफ़्तर में मौजूद हैं। बीबीसी के कई कर्मचारी इस बिल्डिंग से जा चुके हैं जिन्हें वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा गया है। लेकिन कुछ कर्मचारियों को यहां रहने के लिए कहा गया है।

सर्वे पर सियासत

इस सर्वे को लेकर बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच तीखी राजनीतिक बहस शुरु हो गई। विपक्ष ने इस कदम की जहां निंदा की है, वहीं बीजेपी ने बीबीसी पर भारत के खिलाफ जहरीली रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाया है।कांग्रेस ने इसे तानाशाही बताया है। कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कहा गया था कि "तानाशाह एक डरपोक आदमी होता है"। इसके अलावा कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इस सर्वे की निंदा की है।आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर बीबीसी पर छापा मारकर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को खतरे में डालने का आरोप लगाया।आप नेता आतिशी ने कहा, "भाजपा सरकार उसके खिलाफ बोले या दिखाए गए हर शब्द को दबाना चाहती है। बीबीसी पर इनकम टैक्स का छापा भारत के लोकतंत्र पर हमला है। मीडिया सबसे महत्वपूर्ण है। आज केंद्र की भाजपा सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को तोड़ने का प्रयास कर रही है।

सर्वे को बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री से जोड़ रहा विपक्ष

बीबीसी की ओर से गुजरात दंगों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ रिलीज करने के कुछ हफ्ते बाद आईटी सर्वेक्षण किया गया है। केंद्र सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री को प्रोपेगेंडा बताया था और इसे बैन भी कर दिया गया था। अब विपक्ष इस पूरे सर्वे को इसी डॉक्यूमेंट्री से जोड़ रहा है।

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Feb 14 2023, 15:38

बीबीसी ऑफिस में रेड के बीच सरकार और विपक्ष आमने-सामने, बीजेपी ने बताया दुनिया की सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉर्पोरेशन, विपक्ष ने भी किया वार

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बीबीसी के दिल्ली और मुंबई दफ्तर पर इनकम टैक्स रेड के बीच देश की सियासत गरमा गई है।कांग्रेस और विपक्षी दल बीबीसी पर एक्शन को लेकर मोदी सरकार पर सवाल कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने बीबीसी पर हमला बोला है।

बीबीसी पर नियमानुसार और संविधान के मुताबिक कार्रवाई-गौरव भाटिया

बीजेपी ने बीबीसी को सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉरपोरेशन बताया है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि बीबीसी पूरे विश्व की सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉरपोरेशन हो गई है। उन्होंने कहा कि बीबीसी भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने का टूल बन गया है। इसका इतिहास द्वेष के साथ भारत के लिए काम करने का रहा है। भाटिया ने कहा, बीबीसी पर आयकर विभाग नियमानुसार और संविधान के मुताबिक कार्रवाई कर रहा है। इसे लेकर जिस तरह से राजनीतिक प्रतिक्रिया कांग्रेस की ओर से आ रही है, वह हर भारतीय के लिए चिंता का विषय है। पहले तो कांग्रेस को समझना होगा कि भारत संविधान और कानून के हिसाब से चलता है। यहां चाहें कोई भी एजेंसी हो, ये पिंजरे का तोता नहीं रहीं। ये एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। भाटिया ने कहा कि बीबीसी का प्रोपगेंडा और कांग्रेस का अजेंडा मेल खाता है।

जयराम रमेश ने इसे अघोषित आपातकाल बताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 2002 के गुजरात दंगों को लेकर डॉक्यूमेंट्री बनाने के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से हुई इस कार्रवाई को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस से लेकर टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा तक ने सरकार पर तंज कसा है।बीबीसी ऑफिस पर छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे अघोषित आपातकाल बताया है।उन्होंने कहा कि हम अडानी मामले पर जेपीसी की मांग कर रहे हैं और सरकार बीबीसी के पीछे पड़ी है. उन्होंने छापे को ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ करार दिया है।

महुआ मोइत्रा का सरकार पर तंज

तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा ने ट्विटर के जरिए सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा, बीबीसी के दिल्ली दफ्तर पर छापेमारी की खबर मिली है। क्या सच में? इसकी तो उम्मीद ही नहीं थी...इस बीच अदाणी की फरसान सेवा (अदाणी को गुजराती व्यंजन मिलेंगे) होगी, जब वे सेबी प्रमुख से बातचीत के लिए पहुंचेंगे।

भारत सरकार सच बोलने वालों के पीछे पड़ी है-महबूबा मुफ्ती

दूसरी तरफ पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, बीबीसी के दफ्तर पर छापेमारी की वजह साफ है। भारत सरकार सच बोलने वालों के पीछे पड़ी है। फिर चाहे वह नेता हों, मीडिया हो या कार्यकर्ता हो या कोई और है।

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Feb 11 2023, 10:05

बीबीसी का एक और “बम”, गुजरात दंगों पर डॉक्यूमेंट्री के बाद बनाई 'जिहादी दुल्हन', जानें क्या है मामला

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2002 के गोधरा दंगों पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद अबी थमा नहीं है। इसी बीच बीबीसी ने एक और बम फोड़ा है।गुजरात दंगों को लेकर पीएम मोदी डॉक्यूमेंट्री बनाने के बाद 'जिहादी दुल्हन' पर डॉक्यूमेंट्री बनाई है। जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम 'द शमीमा बेगम स्टोरी' रखा गया है। यहां तक की बीबीसी के दर्शकों ने धमकी दी है कि वह अपने सब्सक्रिप्शन का रिन्यू नहीं करेंगे।

जानें क्या है मामला?

दरअसल, 2015 में यूके में रहने वाली शमीमा बेगम नाम की एक 15 वर्षीय किशोरी भाग कर सीरिया चली गई थी। जहां वो इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गई। उसने सीरिया पहुंचने के तुरंत बाद एक डच आईएस लड़ाके से शादी कर ली थी। सीरिया में रहने के दौरान ही वह जिहादी दुल्हन के नाम से कुख्यात हो गई। अब 8 साल बाद बीबीसी ने को उसके प्रति सहानभूति हो गई है और बीबीसी की ‘द शमीमा बेगम स्टोरी’ डॉक्यूमेंट्री बना डाली है। जिसपर विवाद शुरू हो गया है।

बीबीसी ने बताया-शमीमा को सीरिया जाने के फैसले पर दुख

बीबीसी ने शमीमा बेगम पर 90 मिनट की डॉक्यूमेंट्री जारी की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्यूमेंट्री बीबीसी के 10-भाग के पॉडकास्ट ‘आई एम नॉट ए मॉन्स्टर’ के बाद आई है। यह स्टोरी शमीमा बेगम की यूके से सीरीया तक की यात्रा को रीट्रेस करती है, और उसके प्रति सहानुभूति पैदा करने की कोशिश करती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि उसको अपने सीरिया जाने के फैसले पर दुख है। 

बीबीसी को शमीमा से क्यों हो रही सहानुभूति?

बता दें कि शमीमा बेगम जो ब्रिटेन में रहती थी, 15 साल की उम्र में वह अपनी दो सहेलियों कदीजा सुल्ताना और अमीरा अबासे के साथ फरवरी 2015 में ब्रिटेन से भागकर सीरिया चली गई। यहां तीनों ने आईएस के लड़ाकों से शादी कर ली थी। तीन साल से भी अधिक समय तक शमीमा सीरिया में आईएस लड़ाकों के साथ ही रही। इसी दौरान वह जिहादी दुल्हन के नाम से भी मशहूर हो गई थी। आईएस में जाने के बाद 2019 में शमीमा बेगम से यूके सरकार ने उसकी नागरिकता छीन ली थी। इसी बीच सीरिया में आईएस का खात्मा शुरू हो गया। अब 23 साल की हो चुकी शमीमा बेगम वापस यूके लौटना चाहती हैं लेकिन सरकार इसकी इजाजत नहीं दे रही है। उसके ब्रिटेन में लौटने को लेकर कोर्ट में एक मामला भी चल रहा है। 

इसलिए ब्रिटेन के लोगों में हैं गुस्सा

अब चूंकी यूके की सरकार राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर शमीमा की नागरिकता छीन चुकी है। ऐसे में बीबीसी ने शमीमा के प्रति सहानुभूति दिखाई है। जिससे ब्रिटेन में लोग भड़क गए हैं। ब्रिटेन के लोगों का कहना है कि एक आतंकवादी के समर्थन में इस तरह की डॉक्यूमेंट्री बनाकर बीबीसी हिंसा को बढ़ावा देना चाहती है। यूके में दर्शकों ने धमकी दी है कि वे अपने बीबीसी सब्सक्रिप्शन को रिन्यू नहीं करेंगे।