ओडिशा में दाना तूफान में फंसी बुजुर्ग महिला को ASHA कार्यकर्ता ने बचाया, सोशल मीडिया पर जमकर हो रही है सराहना
चक्रवात दाना का प्रभाव कम हो गया है, लेकिन इससे सबसे ज्यादा प्रभावित ओडिशा हुआ है. इस बीच ओडिशा के केंद्रापाड़ा जिले की ASHA कार्यकर्ता सिबानी मंडल ने चक्रवात दाना के खतरे के बीच एक मिसाल पेश की है. खसमुंडा गांव में सिबानी मंडल ने एक बुजुर्ग महिला को अपनी पीठ पर उठाकर सुरक्षित आश्रय स्थल तक पहुंचाया. सिबानी मंडल ने इस काम की प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो और सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है.
ASHA कार्यकर्ता भारत में स्वास्थ्य सेवाओं का समुदायों तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य करती हैं. इसके अलावा WHO द्वारा इन्हें वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में योगदान के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है.
ASHA कार्यकर्ता कौन हैं?
ASHA कार्यकर्ता, यानी Accredited Social Health Activists, ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम करती हैं. ASHA का मतलब हिंदी में “आशा” होता है, जो इनके काम के उद्देश्य को भी दर्शाता है. आशा महिला कार्यकर्ता स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने, मातृ-शिशु स्वास्थ्य देखभाल में मदद करने, टीकाकरण, पोषण और स्वच्छता जैसी सेवाएं समुदायों तक पहुंचाती हैं. 2022 में, ASHA कार्यकर्ताओं को WHO के डायरेक्टर-जनरल के ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया था, जो उनके योगदान को वैश्विक स्तर पर मान्यता देता है. ASHA कार्यकर्ता स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने, प्राथमिक चिकित्सा देने, प्रसव पूर्व देखभाल, बच्चों के टीकाकरण, और महिला स्वास्थ्य को लेकर महत्वपूर्ण सेवाएं देती हैं.
प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाई जा रही हरसंभव मदद
चक्रवात दाना की वजह से 25 अक्टूबर को ओडिशा के भितरकनिका और धामरा तटों पर लैंडफॉल हुआ. इसके अलावा इलाके में तेज हवाएं (110 किमी/घंटा) और भारी बारिश हुई. जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा और बालासोर जैसे तटीय जिलों में सड़कों पर पेड़ गिरने से रास्ते बाधित हुए हैं. जानकारी के मुताबिक राहत और बहाली कार्य तेजी से चल रहा है, और एनडीआरएफ की टीमें रास्ते साफ करने में जुटी हैं. मुख्यमंत्री मोहन माझी ने बताया कि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है और प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है.
Oct 25 2024, 21:34