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धनबाद में एक बार फिर चुनाव की सुगबुगाहट, लोकसभा के बाद नगर निगम की चुनाव, और साल के अंत में फिर विंधानसभा की चुनाव


झा. डेस्क

धनबाद : झारखंड के लिए 2024 चुनावी वर्ष है। उनमें से धनबाद में एक चुनाव अधिक होने वाले हैं। दो महीने तक लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद एक बार फिर से नगर निगम चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हुई है।

निगम चुनाव समाप्त हुआ तो अक्तूबर से झारखंड विधानसभा में चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी। ऐसे में लगभग तीन महीने तक धनबाद में चुनावी प्रक्रिया ही चलती रहेगी। 2024 में बचे छह महीने में तीन माह चुनाव में ही निकल जाएंगे। काम के लिए सिर्फ तीन माह का समय ही सरकारी विभागों को मिलेगा।

2024 धनबाद के लिए चुनावी साल

 चुनाव की वजह से धनबाद में विकास की योजनाएं प्रभावित हो रही है। अप्रैल-मई में पहली बार आचार संहिता की वजह से दो महीने तक काम नहीं हुआ। अगर जुलाई-अगस्त में नगर निकाय का चुनाव हुआ तो फिर लगभग डेढ़ महीने धनबाद में आचार संहिता लग जाएगी और विकास कार्य ठप हो जाएंगे। निकाय चुनाव खत्म होते ही अक्तूबर के आखिरी हफ्ते में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग जाएगी। उसके बाद दो महीने तक फिर काम बंद हो जाएंगे।

जुलाई-अगस्त में बरसात भी करेगी परेशान

जुलाई-अगस्त में मानसून आने के बाद भी विकास कार्य ठप होने लगते हैं। खासकर मिट्टी से जुड़े काम मानसून के आने के बाद लगभग बंद हो जाते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद आचार संहिता तो हटी लेकिन अब बारिश की वजह से निर्माण कार्य प्रभावित होने वाले हैं।

सरकारी विभागों को बढ़ानी होगी काम की रफ्तार

नगर निगम और विधानसभा चुनाव को देखते हुए सरकारी विभागों को अपने काम में तेजी लानी होगी। लंबित पड़ी योजनाओं का टेंडर निकालकर अगर काम शुरू कर दिया गया तो आचार संहिता का असर उसपर नहीं पड़ेगा।

दो बच्चों की मां अपने प्रेमी के साथ पकड़ाई, थाने पहुंचा मामला


झा. डेस्क

धनबाद : जिले के जोगता थानांतर्गत मोदीडीह बस्ती निवासी दो बच्चों की मां शनिवार को पड़ोस में ही रहने वाले अपने प्रेमी के साथ भागने का प्रयास कर रही थी। लेकिन गांव वालों ने दोनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों के परिजनों को थाना बुलाया। थाने में युवती के पति ने उसे घर ले जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद प्रेमी युवक सूरज उसे अपने साथ घर ले गया।

1 साल में तीन बार अपने प्रेमी के साथ भाग चुकी है युवती

मामले में पति ने बताया कि उसकी शादी 2014 में कोडरमा जिले के जयनगर में हुई थी। उसे दो बच्चे भी हैं। पत्नी एक साल में तीन बार अपने प्रेमी के साथ भाग चुकी है।

सामाजिक स्तर पर समझौता के बाद उसने उसे घर में जगह दी थी। लेकिन अब ऐसा नहीं करेगा। वहीं, प्रेमी ने कहा कि उसने युवती के साथ सबके सामने शादी कर ली है।

धनबाद के सभी अंचलों में कूल सात हजार से अधिक दाखिल-खारिज के मामले लंबित होने की है सूचना


धनबाद : लोकसभा चुनाव खत्म हो गया है। जनता की आस जगी है कि ठहरे या लंबित काम में अब तेजी आएगी। चुनाव के कारण प्रमाणपत्र बनाने से लेकर दाखिल-खारिज के मामले लंबित बड़े थे।

जिले के सभी अंचलों में दाखिल-खारिज के सात हजार से अधिक मामले लंबित हैं। गोविंदपुर अंचल में सबसे अधिक 25 से मामले लंबित है। धनबाद सदर की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। यहां 15 सौ से अधिक मामले लंबित हैं।

गोविंदपुर अंचल में सबसे अधिक मामले लंबित

दाखिल-खारिज से सबसे अधिक लंबित मामले गोविंदपुर अंचल में हैं। दाखिल-खारिज के मामले में गोविंदपुर अंचल की स्थिति पहले से ही ठीक नहीं है। इस अंचल में लंबे समय से दाखिल-खारिज के हजारों मामले लंबित रहते हैं। दाखिल-खारिज के लंबित मामलों की कई बार शिकायत भी की गई है। कुछ मामलों में अधिकारियों ने जांच-पड़ताल भी की है, लेकिन स्थिति फिर वही ढाक के तीन पात वाली हो जाती है।

धनबाद सदर अंचल में भी 15 सौ से अधिक मामले लंबित

दाखिल-खारिज के निबटारे के मामलों में धनबाद सदर अंचल की स्थिति भी ठीक नहीं है। फिलवक्त इस अंचल में भी 15 सौ से अधिक मामले लंबित है। मालूम हो कि जिले में धनबाद सदर तथा गोविंदपुर अंचल में भी सबसे अधिक जमीन की खरीद-बिक्री होती है। 

ऐसे में दाखिल-खारिज के मामले भी सबसे अधिक दोनों अंचलों में आते हैं। धनबाद अंचल के लंबित मामलों को भी शिकायत पूर्व में कई बार की गई है। संबंधित अधिकारियों ने भी धनबाद सदर से अंचलाधिकारी को पूर्व में कई बार इस मामले में गंभीरता बरतने का निर्देश दिया है। इसके बाद भी कोई विशेष सुधार नहीं दिखता है।

दूसरे अंचलों में भी लंबित हैं मामले

बलियापुर, निरसा, बाघमारा, टुंडी तथा तोपचांची अंचल में भी दाखिल-खारिज के कई मामले लंबित हैं। इन अंचलों के लोग भी समय पर दाखिल-खारिज नहीं होने से परेशान है।

जुलाई में होगी CBSE बोर्ड कंपार्टमेंट परीक्षा


सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं-12वीं कंपार्टमेंट एग्जाम का शेड्यूल जारी कर दिया है। इस साल 2024 कंपार्टमेंट एग्जाम में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर डेटशीट देख सकते हैं।

जारी शेड्यूल के मुताबिक, कंपार्टमेंट एग्जाम का आयोजन 15 जुलाई से शुरू किया जाएगा। सीबीएसई 10वीं-12वीं कंपार्टमेंट एग्जाम का आयोजन एक ही दिन से शुरू किया जाएगा। एग्जाम 15 जुलाई से 22 जुलाई 2024 तक होगा।

झारखण्ड के विकास कच्छप ने अंडर-17 सब जूनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में जीता कांस्य पदक, बढ़ाया भारत का मान


झारखण्ड डेस्क 

रांची। झारखंड के विकास कच्छप ने अंडर-17 सब जूनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में भारत को कांस्य पदक दिलाया। वे अंडर-17 में अंतरराष्ट्रीय कुश्ती पदक जीतने वाले झारखंड के पहले पहलवान बन गए हैं।

अमान (जॉर्डन) में 21 जून से 30 जून, 2024 तक आयोजित अंडर-17 सब जूनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप चल रहा है। इसमें 22 जून को भारतीय कुश्ती टीम की झोली में विकास ने कांस्य पदक डाला। उसने कोरिया के पहलवान को 8-0 से हराया।

ज्ञात हो कि दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित भारतीय कुश्ती टीम के ट्रायल में झारखंड के विकास कच्छप ने 48 केजी भार वर्ग में प्रथम स्थान पर रह कर भारतीय कुश्ती टीम में अपनी जगह बनाई। विकास कच्छप सीसीएल और झारखंड सरकार के संयुक्‍त तत्‍वावधान में खेल गांव में चल रहे जेएसएसपीएस के प्रशिक्षु हैं।

झारखंड के पहलवान बिकास कच्छप के एशियन कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने पर झारखंड राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष जीशान कमर, के रवि कुमार, खेल निदेशक झारखंड सुशांत गौरव, भोलानाथ सिंह, महासचिव-रजनीश कुमार, जेएसएसपीएस के सीईओ जीके राठौर, बिजय शंकर सिंह, कोषाध्यक्ष बबलू कुमार, खेल उप निदेशक राज किशोर खाखा, सीनियर प्रशिक्षक राजीव रंजन भीम एवं सभी जिला कुश्ती अध्यक्ष/ सचिव, झारखंड राज्य कुश्ती परिवार, खेल विभाग के पदधारि‍यों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

नशीले पदार्थो के इस्तेमाल के विरुद्ध शनिवार को राज्य के सभी सरकारी, गैर सरकारी स्कूलों में चलाया गया जागरूकता अभियान


झारखण्ड डेस्क 

 नशीले पदार्थो के इस्तेमाल के विरुद्ध शनिवार को राज्य के सभी सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त, गैर सहायता प्राप्त, अल्पंसंख्यक एवं निजी विद्यालयों के बच्चों ने महाअभियान में हिस्सा लिया।

राज्य के सभी जिलों के विद्यालयों में प्रातः 7 बजे प्रभात फेरी निकाली गयी, जिसमें स्कूली बच्चों ने संदेशात्मक तस्वीरों, स्लोगन, पोस्टर के माध्यम से नशे के विरुद्ध सामाजिक चेतना को जगाने का प्रयास किया।

बच्चों ने स्कूलों के आसपास के क्षेत्रों में रैली निकालकर नशे के विरुद्ध संदेशवाहक नारे लगाए और आम लोगो से भी नशे के विरुद्ध इस अभियान में शामिल होने की अपील की।आज लाखों की संख्या में छात्रों ने इस अभियान में शामिल होकर नशे के विरुद्ध आवाज बुलंद की।

स्कूलों में प्रभात फेरी के बाद स्लोगन मेकिंग, पेंटिंग और स्पीच प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी, जिसमे छात्रों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और अपनी वैचारिक प्रतिभा को सबके सामने रखा।

24 जून को साइकल रैली

इस महाअभियान के तहत 24 जून को विद्यालयों द्वारा साइकल रैली (Cycle Rally) निकाली जायेगी, जिसमें बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल होकर नशीले पदार्थो के विरुद्ध समाज में जागरुकता फैलाएंगे।

25 जून को प्रार्थना सभाओं में नशे के विरुद्ध जागरुकता संदेश पढ़ा जायेगा।

इस अभियान का समापन 26 जून को विश्व नशा निवारण दिवस के दिन होगा।

इस दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी बच्चों को विद्यालय स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही विद्यालयों में नशे के विरुद्ध संकल्प सभा भी होगी।

  

इस तरह बेहतर करें कमर का दर्द

हकीम जी की यूनानी गोंद है कमर दर्द में बेहद असरदार

[23/06, 13:22] Pati(HUSBAND): झारखण्ड के विकास कच्छप ने अंडर-17 सब जूनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में जीता कांस्य पदक, बढ़ाया भारत का मान

झारखण्ड डेस्क 

रांची। झारखंड के विकास कच्छप ने अंडर-17 सब जूनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में भारत को कांस्य पदक दिलाया। वे अंडर-17 में अंतरराष्ट्रीय कुश्ती पदक जीतने वाले झारखंड के पहले पहलवान बन गए हैं।

अमान (जॉर्डन) में 21 जून से 30 जून, 2024 तक आयोजित अंडर-17 सब जूनियर एशियन कुश्ती चैंपियनशिप चल रहा है। इसमें 22 जून को भारतीय कुश्ती टीम की झोली में विकास ने कांस्य पदक डाला। उसने कोरिया के पहलवान को 8-0 से हराया।

ज्ञात हो कि दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित भारतीय कुश्ती टीम के ट्रायल में झारखंड के विकास कच्छप ने 48 केजी भार वर्ग में प्रथम स्थान पर रह कर भारतीय कुश्ती टीम में अपनी जगह बनाई। विकास कच्छप सीसीएल और झारखंड सरकार के संयुक्‍त तत्‍वावधान में खेल गांव में चल रहे जेएसएसपीएस के प्रशिक्षु हैं।

झारखंड के पहलवान बिकास कच्छप के एशियन कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने पर झारखंड राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष जीशान कमर, के रवि कुमार, खेल निदेशक झारखंड सुशांत गौरव, भोलानाथ सिंह, महासचिव-रजनीश कुमार, जेएसएसपीएस के सीईओ जीके राठौर, बिजय शंकर सिंह, कोषाध्यक्ष बबलू कुमार, खेल उप निदेशक राज किशोर खाखा, सीनियर प्रशिक्षक राजीव रंजन भीम एवं सभी जिला कुश्ती अध्यक्ष/ सचिव, झारखंड राज्य कुश्ती परिवार, खेल विभाग के पदधारि‍यों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

सुकन्या सामाजिक ज़न सहयोग फाउंडेशन द्वारा कबीर दास जयंती धूमधाम संपन्न


धनबाद : विकास नगर, सुकन्या सामाजिक ज़न सहयोग फाउंडेशन के द्वारा कबीर दास जयंती धूम धाम से सचिव अमाल दास, झारखंड प्रभारी रामा शीश चौहान, के नेतृत्व मे संपन्न हुआ,

मुख्य अतिथि धनबाद के लोक प्रिय विधायक राज सिन्हा उपस्थित हुए l 

 सचिव श्री दास ने लोगों को संबोधित करते हुए स्वस्थ लाभ कार्ड से लोगों को कई लाभ मिलेगा इसके बारे मे बिस्तार से समझायें , झारखंड प्रभारी श्री चौहान ने कहा हमलोग बिहार झारखंड के कई जिलों मे वंचित की महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई योजना चाला रहा हूँ जैसे, सिलाई-कटाई, का प्रशिक्षण दिलाकर लोगों को घर पर रोजगार दे रहा हूँ अभी केवल झारखंड मे 24 जिलों मे मेरा कार्यक्रम चल रहा है l 

बिस्तार पूर्वक लोगों को समझाये , विधायक श्री सिन्हा ने सुकन्या सामाजिक ज़न सहयोग फाउंडेशन को वंचित समाज की महिलाओं के उत्थान के लिए जो कार्यक्रम है l स्वस्थ लाभ कार्ड का जो योजना हमारे हाथो द्वारा आज शुरू किया गया है मैं इस योजना को घर घर तक पहचानने मे मदद करूँगा और अपना विधायक मद के सहयोग से इस फाउंडेशन को सहयोग करूँगा जिस से लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिले, और मैं झारखंड सरकार से भी आग्रह करूँगा की इस फाउंडेशन को मदद दिया जाय I

 कार्यक्रम को सफल बना ने मे  प्रभारी , किरण चौहान,  

मलती देवी, रिंकी कुमारी, तारा सिंह, सीता कुमारी, गीता कुमारी,  बबूल कुमारी,  निर्मला देवी, रूपा कुमारी , जितेन्द्र कु पिंकी देवी, सुनील कुमार सिंह.

झारखंड सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए 40 लाख महिलाओं के खाते में भेजेगी प्रत्येक महीना 1000 रूपये

झारखंड डेस्क 

रांची। मुख्यमंत्री चंपाई सरकार झारखंड में महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए महिलाओं के बैंक खाते में अब हर माह एक हजार रुपये भेजेगी।

बता दें कि, झारखंड सरकार की इस योजना का लाभ 40 लाख महिलाओं को मिलेगा। राज्य सरकार ने जल्द से जल्द इस योजना को लागू करने के लिए तैयारी तेज कर दी है।

चंपाई सरकार 1 जुलाई से मुख्यमंत्री बहन-बेटी स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना शुरू करने की तैयारी में है। राज्य सरकार पश्चिम बंगाल की ‘लक्ष्मी भंडार’ योजना की तर्ज पर झारखंड में बहन बेटी स्वावलंबन योजना’ की शुरूआत कर रही है।

इस योजना का फायदा 25 से 50 वर्ष की आयु सीमा के बीच की महिलाओं को मिलेगा। सरकार जल्द ही कैंप लगाकर इसके लिए आवेदन लेगी। जुलाई में आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने की योजना है, जबकि अगस्त से इस योजना के माध्यम से महिलाओं के खाते में पैसे भेजने की शुरूआत हो सकती है।

झारखंड में इस योजना में आने वाले खर्च अनुमान के मुताबिक करीब 40 लाख महिलाएं इस योजना के दायरे में आएंगी। योजना पर सालाना करीब 4000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो सकता है। चंपाई सोरेन ने झारखंड मंत्रालय में महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की समीक्षा की। इस बैठक के बाद ही योजना पर फैसला लिया गया।

इस योजना में गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को शामिल करने का लक्ष्य है। आर्थिक रूप से कमजोर सभी वर्ग की गरीब एवं जरूरतमंद महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस योजना के लिए एक वेबसाइट तैयार होगी। योजना के संबंध में सारी जानकारियां यहां दी जाएंगी।

मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने इसके लिए अधिकारियों को जल्द से जल्द योजना की रूपरेखा और रणनीति तैयार करने का आदेश दिया है। अगस्त तक इस योजना को लागू करने का समय रखा गया है।

धनबाद स्टेशन से दो पॉकेटमार को आरपीएफ ने दबोचा

धनबाद :धनबाद स्टेशन से आरपीएफ की टीम ने दो पॉकेटमार को दबोचा। दोनों प्लेटफार्म नंबर सात पर आरआरआई भवन के पास यात्री की पॉकेटमारी से मिली राशि का बंटवारा कर रहे थे।

आरपीएफ ने दोनों को रेल पुलिस के हवाले कर दिया

पकड़े गए जेबकतरों में पुराना स्टेशन टीसी कंपाउंड एकेडमी स्कूल के पीछे रहने वाला समीर खान और कुम्हारपट्टी दुहाटांड़ झोपड़िया स्कूल के पास रहने वाला सुनील प्रसाद वर्मा शामिल हैं। आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि आरपीएफ की टीम एलेप्पी एक्सप्रेस की रवानगी के समय प्लेटफार्म पर पेट्रोलिंग कर रही थी। इसी बीच ट्रेन की जेनरल बोगी में सफर कर रहे थे एक यात्री ने पर्स चोरी करने की बात बताई। आरपीएफ की टीम सक्रिय हुई और प्लेटफार्म पर चोर की खोजबीन शुरू की। इसी बीच आरआइआई भवन के पास समीर और सुनील प्रसाद आरपीएफ को देखकर भागने लगे। 

दोनों को पकड़ कर जब उनकी तलाशी हुई तो दोनों की जेब से नौ-नौ सौ रुपए मिले। साथ ही राजू कुमार सिंह नामक यात्री का पर्स, एटीएम, आधार कार्ड व अन्य चीजें बरामद हुईं। पूछने पर दोनों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वे लोग ट्रेनों में पॉकेटमारी करते हैं।

झारखंड में पिछले वर्ष के तुलना में इस वर्ष राजस्व वसूली 23.95% आयी गिरावट


झा. डेस्क 

रांची : झारखंड में पिछले वर्ष के मुकाबले चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में वाणिज्यकर विभाग के राजस्व में 23.95 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) के दौरान वाणिज्यकर विभाग से राजस्व के रूप में 26000.00 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य निर्धारित है. 

राज्य के अपने सभी राजस्व स्रोतों से मिलने वाले राजस्व का 70 प्रतिशत से अधिक सिर्फ वाणिज्यकर विभाग से मिलता है. चालू वित्तीय वर्ष के दौरान जून के तीसरे सप्ताह तक वाणिज्यकर विभाग ने सिर्फ 4088.28 करोड़ रुपये की वसूली की है. यह वार्षिक लक्ष्य का सिर्फ 15.72 प्रतिशत है.

राजस्व वसूली में वृद्धि दर के आकलन से हुआ खुलासा

चालू वित्तीय वर्ष के तीसरी तिमाही में हुई राजस्व वसूली में वृद्धि दर के आकलन के लिए पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान इसी अवधि में हुई वसूली को आधार माना जाता है. 

इस नियम के आलोक में पिछले वर्ष के मुकाबले चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम तिमाही में विभाग के राजस्व में 23.95 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है. 

पिछले वित्तीय वर्ष (2022-23) की प्रथम तिमाही में विभाग ने ने 5375.54 करोड़ रुपये की वसूली की थी. सिर्फ जून माह में हुई वसूली की तुलना कर स्थिति और भी खराब पायी गयी है. पिछले वर्ष सिर्फ जून महीने में 1755.02 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी. 

चालू वित्तीय वर्ष के जून महीने में सिर्फ 601.70 करोड़ रुपये की वसूली हुई है. इस तरह सिर्फ जून महीने में की गयी वसूली की तुलना में 65.72 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है.

वसूली कम होने का क्या है कारण..?

राजस्व वसूली में हुई इस गिरावट के तीन प्रमुख कारण बताये जाते हैं. जीएसटी एक्ट की सारी शक्तियां वाणिज्य कर आयुक्त के पास होती है. लेकिन विभाग में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से वाणिज्यकर आयुक्त का पद रिक्त है. राज्य सरकार में प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त होने की वजह से तत्कालीन वाणिज्यकर आयुक्त संतोष वत्स विरमित हो तक अपने मूल विभाग (आयकर) में लौट गये हैं. 

लेकिन सरकार ने इस पद पर अब तक किसी को पदस्थापित नहीं किया है. दूसरा कारण विभाग में भारी संख्या में वित्त सेवा के अधिकारियों के पदों का रिक्त होना, प्रोन्नति नहीं होने की वजह से महत्वपूर्ण पदों का रिक्त होना और एक-एक अधिकारी पर छह-छह पदों की जिम्मेदारी होना दूसरा प्रमुख कारण है. विभाग मे वित्त सेवा के अधिकारियों के कुल 443 पद स्वीकृत हैं. हालांकि इन पदों के मुकाबले सिर्फ 242 अधिकारी ही कार्यरत हैं. 

वित्त सेवा के अधिकारियों के लिए विशेष सचिव के पांच और अपर आयुक्त के 19 पद स्वीकृत हैं. लेकिन विशेष सचिव और अपर आयुक्त के सभी पद खाली है. इसके नीचे के 177 पद भी प्रोन्नति नहीं होने की वजह से खाली है.