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झारखंड में तीन से चार दिनों में मॉनसून के प्रवेश की संभावना, मानसून आगमन के पूर्व बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश से मिली राहत*

झा. डेस्क राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश के कारण गर्मी से राहत मिली है। यह बारिश दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून के आगमन के पूर्व की आहट है। बारिश के साथ विभिन्न भागों में तेज ठंडी हवा चली। गुरुवार को सबसे अधिक बारिश खूंटी में 63.5 मिमी दर्ज की गई। इधर, वज्रपात से गुमला में एक, लोहदरगा में एक और रांची के बुढ़मू में दो व्यक्ति की मौत हो गई। पलामू और गढ़वा के लोगों ने भी बारिश से राहत की सांस ली है। मेदिनीनगर का तापमान पिछले 24 घंटों में पांच डिग्री नीचे 37.8 पर चला गया। अधिकतम तापमान के हिसाब से राज्य में सबसे अधिक पारा 38.7 डिग्री गोड्डा का दर्ज किया गया। रांची में गुरुवार को 39.4, हजारीबाग में 20, रामगढ़ में 19.2, राजमहल में 19.2, चतरा में 17, हजारीबाग में 12.5, गुमला में 10.5, गढ़वा में 10.5, पलामू में 5.5, चक्रधरपुर में 5.4 मिमी समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हल्की बारिश हुई। संताल के जिलों में कहीं कहीं तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले चार दिनों के दौरान बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर बारिश होगी। इस दौरान कुछ जगहों पर आंधी और वज्रपात की घटनाएं भी हो सकती हैं। तीन से चार दिनों में मॉनसून के प्रवेश की संभावना मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून प्रवेश कर चुका है। अगले तीन से चार दिनों के दौरान यह झारखंड में प्रवेश कर सकता है। इससे मौसम में और नमी आने के आसार हैं। विभाग के अनुसार, मॉनसून का नार्दर्न लिमिट देश के अमरावती, गोंडिया, दुर्ग, रामपुर(कालाहाड़ी) मालदा, भागलपुर और रक्सौल तक कायम हो चुका है। चार से पांच डिग्री गिरा तापमान बारिश होने से झारखंड के कई हिस्सों के तापमान में चार से पांच डिग्री तक गिरावट आई है। राज्य में सरायकेला का अधिकतम तापमान 37.2, गढ़वा का 37.7, देवघर 35.3, गुमला 38.1 डिग्री दर्ज किया गया। राज्य के सभी जिलों के तापमान 40.0 डिग्री से नीचे आ गए हैं। रांची का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम हुआ पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी झेल रहे राजधानी का मौसम भी पूरी तरह से बदल चुका है। मौसम ठंडा और सुहाना हो गया है। गुरुवार की शाम को भी यहां मूसलाधार बारिश हुई। दिन के दौरान अधिकतम तापमान 33.4 दर्ज किया गया जो डिग्री सामान्य से एक डिग्री अधिक है। यहां बारिश और ठंडी हवा के कारण न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री है, जो सामान्य से करीब दो डिग्री कम है। शहरों के तापमान (डिग्री में) शहर अधिकतम गोड्डा 38.7 प सिंहभूम 38.0 गुमला 38.1 मेदिनीनगर 37.8 सरायकेला 37.2 हजारीबाग 37.0 बोकारो 36.1 रामगढ़ 36.2 चतरा 36.6 रांची 33.4 रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा, 'राजधानी समेत पूरे राज्य का मौसम बदल गया है। विभिन्न भागों में बारिश होने के साथ तेज ठंडी हवा चलने से पलामू, गढ़वा समेत अन्य सभी भागों में तापमान गिरा है। गुरुवार को राज्य के किसी भी क्षेत्र में उष्ण लहर की स्थिति नहीं रही। अगले चार दिन तक राज्य के ऊपर बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर बारिश होने का अनुमान है। झारखंड में अगले तीन से चार दिनों के दौरान मॉनसून प्रवेश करने की संभावना व्यक्त की गई है।'
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आज,स्वस्थ रहने के लिए करें योग,जाने उसके लाभ

सरायकेला :विश्व योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्याम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। योग मनुष्य को स्वस्थ बनाता है और दीर्घायु प्रदान करता है। 

 

पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : इसी को बढ़ावा देने के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया गया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन करोड़ों लोगों ने दुनिया भर योग किया, जो कि एक रिकॉर्ड था। यही कारण है कि योग से शारीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है।

 

11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता दी और 21 जून 2015 को प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। प्रथम बार विश्व योग दिवस के अवसर पर 192 देशों में योग का आयोजन किया गया जिसमें 47 मुस्लिम देश भी शामिल थे। 

 

इस अवसर पर दिल्ली में एक साथ 35985 लोगों ने योग का प्रदर्शन किया, जिसमें 84 देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे और भारत ने दो विश्व रिकॉर्ड बनाकर 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में अपना नाम दर्ज करा लिया।

पहला रिकॉर्ड एक जगह पर सबसे अधिक लोगों के योग करने का बना, तो दूसरा एक साथ सबसे अधिक देशों के लोगों के योग करने का। वर्तमान में योग को शारीरिक, मानसिक व आत्मिक स्वास्थ्य व शांति के लिए बड़े पैमाने पर अपनाया जाता है।

 

योग शब्द की उत्पत्त‍ि : योग शब्द की उत्पत्त‍ि संस्कृति के युज (वाईयूजे) से हुई है, जिसका मतलब होता है आत्मा का सार्वभौमिक चेतना से मिलन। योग लगभग दस हजार साल से भी अधिक समय से अपनाया जा रहा है। 

 

योग के प्रकार :

 योग की प्रामाणिक पुस्तकों जैसे शिवसंहिता तथा गोरक्षशतक में योग के चार प्रकारों का वर्णन मिलता है- मंत्र योग, जिसके अंतर्गत वाचिक, मानसिक, उपांशु आर अणपा आते हैं। हठ योग लय योग राजयोग के अंतर्गत ज्ञानयोग और कर्मयोग आते हैं।

 

योग के सूत्र :

 व्यापक रूप से पतंजलि औपचारिक योग दर्शन के संस्थापक माने जाते हैं। पतंजलि के योग, बुद्धि नियंत्रण के लिए एक प्रणाली है, जिसे राजयोग के रूप में जाना जाता है। पतंजलि के अनुसार योग के 8 सूत्र बताए गए हैं। ये यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि इत्यादि हैं। 

 

योग पुराणों में : 

वैदिक संहिताओं के अनुसार तपस्वियों के बारे में प्राचीन काल से ही वेदों में इसका उल्लेख मिलता है। सिंधु घाटी सभ्यता में भी योग और समाधि को प्रदर्श‍ित करती मूर्तियां प्राप्त हुईं। भगवद्‍गीता में योग के 3 प्रमुख प्रकार बताए गए हैं। वे कर्मयोग, भक्ति योग, ज्ञान योग हैं।

हिन्दू धर्म में साधु, संन्यासियों व योगियों द्वारा योग सभ्यता को शुरू से ही अपनाया गया था, परंतु आम लोगों में इस विधा का विस्तार हुए अभी ज्यादा समय नहीं बीता है। बावजूद इसके, योग की महिमा और महत्व को जानकर इसे स्वस्थ्य जीवनशैली हेतु बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है, जिसका प्रमुख कारण है व्यस्त जीवन, तनावपूर्ण और अस्वस्थ दिनचर्या में इसके सकारात्मक प्रभाव पाने के लिए योग अभ्यास के दौरान आप श्वास, ध्यान, आसन आदि के जरिए स्वस्थ रहने की कला को सीखते हैं।

झारखंड में कब आयेगा मॉनसून? भीषण गर्मी के बीच आज येलो अलर्ट के साथ इन इलाकों में भारी बारिश के आसार


डेस्क: झारखंड के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है. बुधवार देर शाम रांची समेत अन्य जिलों में हुई बारिश से कई जिलों के लोगों को सुकून मिला. मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में संताल के रास्ते मॉनसून झारखंड में दाखिल हो सकता है. इसके लिए ‘येलो अलर्ट’ के साथ 20 जून को कोल्हान और संताल परगना वाले हिस्से में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है.

झारखंड में मिलने लगे मॉनसून के संकेत

मौसम विभाग की मानें तो, राज्य में मॉनसून के प्रवेश के संकेत मिल गये हैं. कई हिस्सों में बादल छा गये हैं और प्री मॉनसून बारिश शुरू हो गयी है. इससे राज्य के आधे से अधिक जिलों का तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे चला गया है. इधर, बादलों के छाने और बारिश शुरू होने से बुधवार को राजधानी का तापमान 37 डिग्री सेसि दर्ज किया गया.

42 डिग्री सेसि रहा पलामू का पारा

बुधवार को पलामू और गढ़वा में लू की स्थिति रही. वहां का तापमान 42 डिग्री सेसि के आसपास दर्ज किया गया. जमशेदपुर के अलावा बोकारो, गोड्डा और सरायकेला का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से अधिक रहा. शेष जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे रहा. पिछले 24 घंटे में लातेहार में 24 मिमी, जबकि खूंटी में करीब 14 मिमी के आसपास बारिश हुई. धनबाद में करीब 65 मिमी की बारिश दर्ज की गयी है. 25 जून तक राज्य के करीब-करीब सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.

राज्य में सात से 11.30 बजे तक चलेंगे स्कूल

राज्य में गर्मी को देखते हुए स्कूलों के संचालन के समय में बदलाव किया गया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा इस संबंध में बुधवार को पत्र जारी कर दिया. पत्र में कहा गया है कि गर्मी को देखते हुए सभी कोटि के विद्यालय कक्षा केजी से 12वीं तक सुबह सात से 11.30 बजे तक चलेंगे.

विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री से लेकर विधायकों तक के वेतन भत्तें में हुई बढ़ोत्तरी


डेस्क: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री से लेकर विधायकों तक के वेतन भत्तें में बढ़ोत्तरी की गइ है. सभी के वेतन में 20 हजार रूपये का इजाफा हुआ है. 

कैबिनेट ने बुधवार को इस प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है. अब सीएम को प्रति माह 80 हजार की जगह एक लाख रूपये वेतन मिलेगा. वहीं, मंत्रियों को अब 85 हजार रूपये वेतन दिया जायेगा.

 विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर गठित विधानसभा की कमेटी ने इनके वेतन भत्तों में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया था. सभा सचिवालय ने इसे स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा था. वहां से मंजूरी मिलने के बाद ही अब कैबिनेट ने भी इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है.

आपको बता दें कि पिछले विधानसभा सत्र में ही विधायकों और मंत्रियों के वेतन बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव रखा गया था. इसके साथ ही कैबिनेट में 36 अन्य प्रस्तावों पर भी मुहर लगी है. कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले भी लिए गए हैं.

गर्मी से झुलस रहे राज्यवासियों के लिए राहत की खबर ,मानसून का काउंटडाउन शुरू आज कोल्हान के साथ,संताल और धनबाद, गिरिडीह में भी होगी बारिश


डेस्क न्यूज़

गर्मी से झुलस रहे राज्यवासियों के लिए राहत की खबर है. झारखंड में मानसून का काउंटडाउन शुरू हो गया है. मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में संताल के रास्ते मानसून झारखंड में दाखिल हो सकता है. इसके लिए ‘येलो अलर्ट’ के साथ 20 जून को कोल्हान और संताल परगना वाले हिस्से में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गयी है. बुधवार को रांची समेत कई जिलों में झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिली.

झारखंड में हो रही प्री मानसून बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार झारखंड में मानसून के प्रवेश के संकेत मिलने लगे हैं. कई हिस्सों में काले बादल छा गये हैं और प्री मानसून बारिश भी शुरू हो गयी है. इस वजह से राज्य के आधे से अधिक जिलों का तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे चला गया है. इधर, बुधवार को राजधानी रांची में मौसम का मिजाज बदला और झमाझम बारिश हुई. यहां का तापमान 37 डिग्री सेसि दर्ज किया गया.

42 डिग्री सेसि रहा पलामू का तापमान

पलामू और गढ़वा में बुधवार को लू की स्थिति रही. वहां का तापमान 42 डिग्री सेसि के आसपास दर्ज किया गया. जमशेदपुर के अलावा बोकारो, गोड्डा और सरायकेला का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से अधिक रहा. शेष जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेसि से नीचे रहा.

25 जून तक हल्की बारिश के आसार

पिछले 24 घंटे में लातेहार में 24 मिमी, जबकि खूंटी में करीब 14 मिमी के आसपास बारिश हुई. धनबाद में करीब 65 मिमी की बारिश दर्ज की गयी है. राजधानी में भी बुधवार को कई स्थानों पर दो मिमी तक बारिश हुई. मौसम केंद्र का पूर्वानुमान है कि 25 जून तक राज्य के करीब-करीब सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.

आदिवासी बहुल गांव में जल-संकट,पत्थल चुंआ से एक एक कटोरी पानी निकालकर बर्तन भरते हैं लोग

बोकारो, डेस्क। जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत तिलैया पंचायत के मोढ़ा गांव में पानी की भीषण संकट है. स्थिति ये है कि वहां के लोग गांव से एक किलो मीटर दूर स्थित पत्थल चुंआ से एक एक कटोरी पानी निकालकर बर्तन में भरते हैं. पानी इतना कम है कि लोगों को एक डेगची पानी भरने में आधे से एक घंटे का समय लग जाता है.

 साथ ही झुमरा पहाड़ से निकलने वाला नाले का पानी भी सूख गया है. जिस कारण यह समस्या और भी विकराल हो गयी है. बता दें कि यह संताली आदिवासी बहुल इलाका है. 

बोकारो के मोढ़ा गांव की महिलाएं बताती हैं कि पानी लेने के लिए उन्हें कतार में खड़े होकर घंटों इंतजार करना पड़ता है. अगर कभी चुंआ का पानी सूख जाता है तो उन्हें बगैर पानी के ही वापस लौटना पड़ता है. अब तो पानी किल्लत इस तरह होने लगी है कि उन्हें पानी भी दवा की तरह इस्तेमाल करना पड़ता है. खाना बनाने के लिए भी उन्हें पानी नापतोल कर उपयोग करना पड़ता है. 

आज हालत ये है कि ग्रामीणों को स्नान करने के लिए कई दफा सोचना पड़ता है. इस वजह से कई लोग बगैर स्नान किये ही कई दिनों तक रह जाते हैं.

पानी के लिए जोखिम उठाकर जंगल से गुजरना होता है

ग्रामीणों ने प्रभात खबर के प्रतिनिधि को बताया कि जंगल के पास पानी भरने जाते वक्त हमें जंगली जानवरों का डर सताता है. गांवों में अभी भी सड़क बन नहीं बन पायी है. जिससे अवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

 जब वोट का समय पहुंचता है तो सभी जनप्रतिनिधि हमारी समस्यों को हल करने का वादा करते हैं. लेकिन बाद में सुधि लेने वाला कोई नहीं रहता. बता दें कि इस गांव में तकरीबन 20 से 25 परिवार है.

डीप बोरिंग से ,हो सकती है जल संकट का समाधान

मुखिया तलहटी पचांयत की मुखिया चिंता देवी का कहना है कि गांव के लोगों को कुआं दिया गया है. लेकिन गर्मी के दिनों में इसका जलस्तर काफी नीचे चला जाता है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. डीप बोरिंग से ही इस समस्या का हल निकल सकता है. जहां तक गांव के सड़क की बात है तो इसके लिए प्रखंड कार्यालय में बात रखी गयी है. लेकिन अभी तक समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है.

जिलाधिकारी के सज्ञान में काया जाएगा मामला

गांव की समस्याओं को लेकर गोमिया प्रखंड के बीडीओ से बातचीत की गयी तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. लेकिन जल्द ही इसे लेकर जिला स्तर के अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कर जल संकट और सड़क की समस्याओं का समाधान किया जाएगा.

"हम सब का एक ही नारा नशा मुक्त जीवन हमारा" स्लोगन के साथ सीएम चम्पाई सोरेन ने नशा मुक्ति अभियान का रथ किया रवाना


रांची : झारखंड सरकार द्वारा झारखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए और मादक पदार्थों के रोक थाम के लिए जागरूकता रथ को कम चंपई सोरेन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसे लेकर "हम सब का एक ही नारा नशा मुक्त जीवन हमारा" स्लोगन के साथ एक पोस्टर भी लॉन्च किया गया। 

दरअसल झारखंड में आए दिन नशे से संबंधित कारोबार का पुलिस खुलासा करती रही है। अमूमन झारखंड में नशे का कारोबार बहुत अधिक बढ़ गया है। जिससे सबसे ज्यादा युवा प्रभावित हो रहे है। कई ऐसे युवा है जिन्होंने नशे में अपनी जिंदगी खराब कर ली। इसलिए झारखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए और युवाओं का भिविष्य उज्ज्वल बनाने के लिए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा आज 19 जून को झारखंड मंत्रालय से मादक पदार्थों के रोक थाम और नशा मुक्ति के लिए 6 रात को रवाना किया। जिसमे रांची के लिए चार, खूंटी और रामगढ़ जिले किए एक एक जागरूकता रथ को रवाना किया गया। यू कह सकते है कि नशा मुक्त राज्य के लिए आज का दिन झारखंड के लिए अतिमहत्वपूर्ण है। 

 इस दौरान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के साथ ही साथ राज्य के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मुख्य सचिव एल ख्यागते, डीजीपी अजय कुमार सिंह समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने भी हिस्सा लिया। अपने हाथों में तरह तरह के आकर्षक स्लोगन लिखा हुआ तख्तियां पकड़े बच्चों ने नशा मुक्ति का संदेश दिया।

आगामी 21 जून को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एग्रिको में होगा वृहद योग शिविर का आयोजन, तैयारियां तेज

झा. डेस्क 

जमशेदपुर : आगामी 21 जून को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बस्ती विकास समिति की ओर से एग्रिको ट्रांसपोर्ट ग्राउंड में वृहद योग शिविर का आयोजन किया जाएगा. इस शिविर में पूर्वी सिंहभूम महिला पतंजलि योग समिति के योग गुरु सामूहिक योगाभ्यास कराएंगे और स्वस्थ जीवन का मंत्र बताएंगे. 

इस योग शिविर में शहर के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों लोगों के शामिल होने की संभावना है. इसे लेकर बुधवार को बस्ती विकास समिति, जमशेदपुर के द्वारा प्रेस वार्ता के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ओर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम एवं तैयारियों पर विस्तारपूर्वक जानकारी साझा की गई. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष खेमलाल चौधरी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को बस्ती विकास समिति के द्वारा धूमधाम से मनाया जाएगा. 

जिसके तहत एग्रिको स्थित ट्रांसपोर्ट मैदान में सुबह 5:30 बजे से सामूहिक योगाभ्यास किया जाएगा. इस शिविर में पुर्वी सिंहभूम महिला पतंजलि योग समिति के सहयोग से प्रशिक्षित योग गुरु लोगों को महत्वपूर्ण योगाभ्यास कराएंगे. इसके साथ ही योग हमारे जीवन के लिए कितना और क्यों महत्वपूर्ण है, इस बात की भी जानकारी दी जाएगी. इस दौरान विभिन्न योगिक क्रियाएं एवं व्यायाम कर सभी को स्वस्थ रहने का मंत्र प्रदान किया जाएगा. 

उन्होंने कहा कि बस्ती विकास समिति का यह प्रयास है कि शहरवासियों को योगाभ्यास के लिए प्रेरित किया जाए. अध्यक्ष खेमलाल चौधरी ने बताया कि इस वर्ष का थीम ‘महिला सशक्तिकरण के लिए योग’ निर्धारित किया गया है. वहीं, योग शिविर में शामिल होने हेतु लोगों को विभिन्न माध्यमों से आमंत्रित किया गया है. समिति ने लोगों से सुविधा हेतु अपने साथ योगा मैट अथवा चादर लाने की अपील की गई है.

इसबार भी जमशेदपुर में सिक्ख मतदाता भाजपा पर रहे मेहरवान,झारखंड सिख विकास मंच के संस्थापक गुरदीप सिंह पप्पू का मेहनत भी आया काम

झा. डेस्क 

जमशेदपुर : जमशेदपुर लोक सभा 2024 में सिख मतदाताओं का वोटिंग पैटर्न परंपरागत ही रहा है. साल 1984 के बाद से इन्हें कांग्रेस विरोधी माना जाता रहा है और इसका लाभ भाजपा को मिलता रहा है. इस बार भी अपवाद नहीं रहा है और सिखों ने भाजपा उम्मीदवार को निराश नहीं किया. 

कई मुद्दों का हवाला देते हुए गिनती के सिख नेताओं ने भाजपा को शहरी इलाके में घेरने की कोशिश की परंतु नाकाम साबित हुए. यहां एक तो देश में मोदी मैजिक बरकरार था वहीं विद्युत वरण महतो की सादगी विरोधियों पर भारी पड़ गई.

लोकसभा चुनाव में झारखंड सिख विकास मंच के संस्थापक गुरदीप सिंह पप्पू भाजपा के युवा नेताओं के साथ दिखे और इन्होंने जमकर मेहनत की और इसका परिणाम भी पक्ष में आया.

 चुनाव आयोग ने चुनावी परिणाम को सार्वजनिक कर दिया है और उससे प्राप्त आंकड़ों के आधार पर गुरदीप सिंह पप्पू, सतवीर सिंह सोमू, जोगिंदर सिंह जोगी, मनजीत गिल, चंचल भाटिया, चिंटू सिंह, नवजोत सिंह सोहल, रॉकी सिंह, इंदर सिंह इंदर, जत्थेदार कुलदीप सिंह, रविन्द्र सिंह रिंकू, दलजीत सिंह सरीखे नेता बम बम हैं. बुधवार को प्रेस वार्ता कर इन्होंने सिख बहुत इलाकों में भाजपा प्रत्याशी विद्युत वरण महतो को मिले सिख मतों के आधार पर समुदाय के प्रति आभार जताया है.

 शहर के टुइलाडूंगरी, नामदा बस्ती, 10 नंबर बस्ती, मनीफीट, जेम्को, साकची गुरुद्वारा बस्ती, बिरसानगर, फौजा बगान, रिफ्यूजी कॉलोनी, अर्जुन बागान के बूथ पर भाजपा प्रत्याशी को जितने मत मिले हैं. उसके अनुपात में इंडी गठबंधन के प्रत्याशी समीर कुमार महंती को दस से पंद्रह प्रतिशत मत ही हिस्से में आए हैं.

यह बीजेपी विरोधी मुख्य पार्टी को प्राप्त होने वाला वही ट्रेंड है, जो 1985 से दिख रहा है. फिर 1995 से रघुवर दास की जीत होती रही और उन्होंने इलाके के गुरुद्वारों के विकास उन्नयन के लिए ढेर सारा काम किया, जिसका लाभ भाजपा को मिलता रहा है और इस बार भी दिख गया. जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो रामदास भट्टा, मानगो गुरुद्वारा बस्ती, उलीडीह पंजाबी लाइन में भी बड़े अंतर से समीर महंती पीछे रहे हैं.

गुरदीप सिंह पप्पू एवं सतबीर सिंह सोमू के अनुसार प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 साल के कार्यकाल में सिख समुदाय के हित में जितने कार्य किए हैं उतना पिछले 60 सालों में भी नहीं हुआ था. उनके अनुसार कुछ स्वार्थी तत्वों ने देश भर में सिख समुदाय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा का विरोधी साबित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. 

सोशल मीडिया में जमकर प्रधानमंत्री एवं भाजपा के खिलाफ जहर उगला जाता रहा. उन्हें पंजाब के नतीजे से सबक लेना चाहिए. भले ही पंजाब में भारतीय जनता पार्टी ने सीटें नहीं जीती, परंतु मत का प्रतिशत दुगना-तिगुना बढ़ा है. पंजाब के सरदार हरदीप सिंह पुरी को पूर्व की भांति कैबिनेट मंत्री तथा रवनीत सिंह बिट्टू को रेल राज्य मंत्री बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने साबित कर दिया है कि सिख पंथ एवं इसके राष्ट्रवाद के सिद्धांत उनके और इस देश के लिए कितने जरूरी हैं.

Unique initiative of Khunti District administration,Pension benefits will be given to sickle cell patients for the first time...

Ranchi:On the initiative of Deputy Commissioner, Shri Lokesh Mishra, for the first time in the district, pension has been approved for persons suffering from sickle cell anemia under Swami Vivekananda Nishakt Swawlamban Protsahan Scheme by district Social Security Cell, Khunti.

 In the first phase, 09 

persons of which 3 from Khunti block, 3 from Karra, 2 from Murhu and 1 from Torpa will be covered. 

Under this scheme, an amount of Rs 1000 per month will be given to the beneficiaries for life.In case any sickle cell case coming to light or identified later on it will be covered under this scheme.

Till now, sickle cell screening of 99165 persons has been done in the district, out of which 114 were found to be carriers of sickle cell and total 46 persons were found to be suffering from sickle cell anemia-thalassemia disease. Out of which 9 persons who are suffering from 40 percent or more sickle cell anemia-thalassemia disease are being given pension under Swami Vivekananda Nishakt Swavalamban Protsahan Yojana on the basis of disability certificate.

At present, while on one hand the life expectancy of people has increased due to health facilities, on the 

other hand the tribal population is suffering from various diseases.

Among these, sickle cell anemia is 

very widespread. It is a hereditary blood related disease, it is a group of disorders that affect the production of hemoglobin. The possibility of severe anemia, jaundice, delay in development and infection increases. Sickle cell anemia is a serious disease, it is the responsibility of all of us to spread the 

information about its remedies and treatment to remote areas.

For this, sickle cell anemia-thalassemia screening/checking camps were organized in all the blocks of the 

district.

Sickle cell mobile medical vans are continuously visiting remote rural areas from the district and 

conducting sickle cell screening.

Sickle cell anemia-thalassemia-Day Care Centre is being run in Sadar Hospital, Khunti with the objective 

of providing proper medical facilities to people suffering from sickle cell anemia.Here, free medical

consultation, treatment, medicines and blood are being provided to an average of 15 people suffering from sickle cell anemia-thalassemia every month.