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महिला पर डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए मंदिर में पूजा करने सें मना करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा


सरायकेला : जिले के आदित्यपुर 2 स्थित रोड नंबर 7 निवासी महिला पर डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए मंदिर में पूजा करने सें मना करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही पद्मश्री छुटनी महतो मंगलवार को काली मंदिर पहुंची और दोनों पक्षों से जमकारी लेते हुए आपस में सुलह करा दिया। बता दें कि बस्ती के कुछ लोगों द्वारा पिछले दिनों महिला के साथ डायन बताकर मारपीट का मामला प्रकाश में आया था । 

मामला तब उजागर हुआ जब महिला ने परिवार परामर्श केंद्र बीरबांस में इसकी शिकायत की. इधर, शिकायत मिलते ही पद्मश्री छुटनी महतो भी मौके पर पहुंची और मामले को संज्ञान में लेते हुए महिला से उसकी समस्या को जाना, महिला ने बताया कि उसके पति मजदूरी कर जीवन- यापन करते है । 

वहीं बस्ती के ही काली मंदिर में वह अक्सर पूजा- पाठ करती है. बीते कुछ माह से बस्ती के राजीव झा, अमरेंद्र झा और सुप्रिया यादव समेत अन्य लोगों द्वारा डायन- बिसाही का आरोप लगाते हुए मंदिर में पूजा नहीं करने दिया जाता है. मंदिर में नए पुजारी आए है वो भी पूजा करने से मना करते है. बस्ती के अभिषेक शर्मा और अमरेंद्र झा द्वारा जान से मारने की भी धमकी दी जाती है ।

मामले को लेकर पद्मश्री छुटनी महतो ने बताया कि दोनों पक्षों को बुलाकर फिलहाल सुलह करा दिया गया है ।अगर फिर भी महिला के साथ किसी तरह का दुर्ववहार किया जाता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।

सरायकेला : सड़क दुर्घटनाओ पर नियंत्रण तथा सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों के पालन हेतु जागरूकता अभियान पर दिया गया जोड़


सरायकेला : जिला दण्डधिकारी सह उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आहूत की गई। बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त श्री प्रभात कुमार बारतियार, पुलिस उपाधीक्षक श्री चन्दन कुमार वत्स, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री शंकरचर्या सामद , सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अंचाधिकारी, थाना प्रभारी समेत अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी एवं समिति सदस्य उपस्थित रहें।

बैठक के दौरान उपायुक्त के द्वारा सड़क दुर्घटनाओ को नियंत्रित करने के उदेश्य से पूर्व की बैठक में दिए गए दिशा निदेशो के अनुपालन का बिंदुवार समीक्षा समीक्षा कर सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर नियम संगत कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। साथ अनुपालन प्रतिवेदन ना उपलब्ध कराने वाले सम्बन्धित विभागीय पदाधिकारी को शोकॉज करने तथा सभी दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

जिला परिवहन पदाधिकारी श्री शंकर आचर्य शमाद ने बताया कि विगत माह जनवरी में विभिन्न स्थलों पर कुल 21 दुर्घटना हुई जिसमे 15 लोगों की मृत्यु तथा 11 लोग धायल हुए। वही जिले के विभिन्न क्षेत्रो में सड़क सुरक्षा यातायात नियमों के उल्लंघन हेतु चलाए जा रहे सघन जांच अभियान में कुल 15,43,500 रूपए जुर्माना के रूप में उसूल की गई है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 04 ब्लैकस्पॉट चिन्हित किए गए है जिनमें दुगनी, टोल रोड मोड , घोड़ा बाबा मोड़ एवं बड़ा आमदा खरसावां शामिल है। 

बैठक के दौरान उपायुक्त नें कहा जिले मे हो रहे सड़क दुर्घटनाओ पर नियंत्रण करने तथा लोगों को सड़क सुरक्षा यातायात नियमों के अनुपालन के प्रति जागरूक करने हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करे, विभिन्न विद्यालय तथा उच्च विद्यालयों में सड़क सुरक्षा यातायात नियमों के अनुपालन हेतु विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों के अनुपालन करने तथा अन्य लोगों को ही प्रेरित करने हेतू आवश्यक जानकारिया साझा करे। समीक्षा के क्रम मे उपायुक्त नें सभी पेट्रोल पंप पर सड़क सुरक्षा यातायात नियमों के अनुपालन सम्बन्धित जागरूकता संदेश (बैनर) स्थापित करने तथा सभी पेट्रोल पंप संचालक को NO_HELMATE_NO_PETROL हेतू निर्देशित कर विभिन्न माध्यम से लोगो को जागरूक करने के निर्देश दिए।

सरायकेला : उपायुक्त के अध्यक्षता मे अबुआ आवास योजना एवं मनरेगा अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न


सरायकेला : जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला के अध्यक्षता में अबुआ आवास योजना एवं मनरेगा योजना अंतर्गत संचालित योजनाओं से संबंधित समीक्षा बैठक आहूत की गई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में उप विकास आयुक्त श्री प्रभात कुमार बरतियार, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला एवं प्रखंड समन्वयक आवास योजना उपस्थित रहें।

अबुआ आवास योजना की समीक्षा के क्रम मे उपायुक्त नें सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को सभी सुकृत अबुआ आवास योजना के लाभुकों को एक सप्ताह के अंदर प्रथम किस्त का भुगतान करने का निर्देश दिया गया। वही योजना अंतर्गत धीमी कार्य प्रगति पर लक्ष्य निर्धारित कर कुचाई, सरायकेला एवं चाँडील के प्रखंड विकास पदाधिकारी को कल दिनांक 28 फ़रवरी 2024 तक 150-150 लाभुकों के प्रथम किस्त का भुगतान करने का निर्देश दिया गया। 

वही मनरेगा अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा क्रम मे बिरसा सिचाई कूप योजना अंतर्गत कुआँ निर्माण कार्य मे सुधरात्मक प्रगति लाने तथा राजनगर, गम्हरिया, नीमडीह एवं चांडिल प्रखंड मे कुआँ निर्माण कार्य मे धीमी प्रगति पर सम्बन्धित BDO/BPO को शोकॉज करने के निर्देश दिए वही JSLPS के SHG दीदियों के सहयोग से कुआँ निर्माण हेतू अधिक से अधिक लाभुकों के चयन करने, बिरसा हरित ग्राम योजना अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप योजनाओं का स्वकृति करने का निर्देश दिया गया।

बैठक के दौरान उपायुक्त नें कहा कि सरकार के कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतू आपसी तालमेल स्थापित कर कार्य करने तथा अधिक से अधिक लाभुकों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के तहत लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए।

झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के पिटारे से क्या-क्या निकला यहां देखें


झारखंड विधानसभा बजट सत्र का आज तीसरा दिन था। वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने 1,28,900 करोड़ का बजट पेश किया। वही आपको बता दें कि रामेश्वर उरांव ने पांचवीं बार बजट पेश किया है।

बजट की प्रमुख बाते

• महिला एवं बाल विकास के तहत 2500 आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कराया जाएगा।

• स्कूली शिक्षा में 325 प्रखंडस्तरीय लीडर स्कूल के निर्माण का लक्ष्य।

• 2024-25 में 1000 स्कूलों में किचन सह स्टोर की मरम्मत होगी।

•4,036 पंचायत स्तरीय स्कूलों को अगले 2 वर्षों में आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।

• डिप्लोमा स्तर पर पढ़ाई करने वाली छात्राओं को मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत डिप्लोमा स्तर पर 15,000 प्रति वर्ष और डिग्री स्तर के लिए 30,000 रुपए प्रतिवर्ष आर्थिक सहायता दी जाएगी।

• राज्य सरकार राज्य में 19 नए महाविद्यालय जिसमें 15 डिग्री महाविद्यालय तथा 4 महिला महाविद्यालय की स्थापना करेगी।

•कृषि यंत्र वितरण में 200 करोड़ खर्च किये जायेंगे।

• 2024-25 में कृषि ऋण माफी की सीमा 50,000 से बढ़कर 2,00,000 किया जायेगा।

• राज्य सरकार आगामी वर्षों में राजधानी रांची में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करेगी। रिम्स की भी सुंदरीकरण की जाएगी। रिनपास के कैंपस में उपलब्ध भूमि पर मेडिको सिटी की स्थापना करेगी।

•झारखंड में अब 20 लाख से बढ़कर 25 लाख लोगों को राज्य सरकार खाद्य सुरक्षा योजना से जोड़ेगी।

•बढ़ती महंगाई को देखते हुए जन वितरण प्रणाली के डीलरों का कमीशन 100 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 150 रुपए प्रति क्विंटल करने का प्रस्ताव किया गया है।

•राष्ट्रीय खाद सुरक्षा अधिनियम एवं झारखंड राज्य खाद सुरक्षा योजना के प्रत्येक राशन कार्डधारी परिवार को सोयाबीन बड़ी का वितरण करने का प्रावधान है। 

•जनजातीय गांवों में अखड़ा के निर्माण एवं उनके लिए पारंपरिक वाद्य यंत्रों की आपूर्ति का प्रस्ताव।

• मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सुदृढ़ीकरण योजना के तहत पांच साल या उससे पहले बने क्षतिग्रस्त 1500 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का सुदृढ़ीकरण किया जायेगा।

•प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2,500 किलोमीटर पथ एवं 200 पुल के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।

•2024-25 में 70 पुलों का निर्माण कराया जायेगा।

•राज्य सरकार घरेलू उपभोक्ता को 100 यूनिट के स्थान पर अब 125 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त बिजली प्रदान करेगी।

•राज्य के उभरते खिलाड़ियों को खेल प्रतियोगिता के लिए उचित मंच प्रदान करने के लिए खेल प्रतियोगिता के आयोजन का प्रस्ताव।

सरायकेला 8, 9 और 10 मार्च को कुड़मी समाज का महामंथन, चांडिल से हजारों लोग होंगे शामिल


हुलहुली टांइड़ में कुड़मी समाज के तीन दिनों का महामंथन के बाद, होगी महाआंदोलनों की घोषणाएं, अजीत प्रसाद महतो 

सरायकेला : आज मंगलवार को आदिवासी कुड़मी समाज के तत्वावधान में चांडिल अनुमंडल स्थित कदमडीह में सरायकेला जिला के विशेष प्रतिनिधि मंडलों की एक बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के मुख्य अतिथि आदिवासी कुड़मी समाज के (मुख्य संयोजक) मुलखुंटि मुलमान्ता अजीत प्रसाद महतो ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार दोनों ही वादा खिलाफी है। 

रेल-टेका व डहर छेंका आंदोलन को इसलिए 5 दिनों के बाद स्थगित क्या गया था क्योंकि दोनों सरकारों ने एक ही आश्वासन दिये थे कि 3 महीनों के अंदर हमारी तीनों मांगे पूरी हो जाएगी। परंतु आज तक आश्वासन के शिवाय कुछ नहीं देखने को मिला। 

इसलिए 8, 9 और 10 मार्च को लगभग लाखों की संख्या में पुरुलिया स्थित हुलहुली टांइड़ में ऐतिहासिक कुड़माली जिआउ महाजुड़आही (महाजुटान) होगी। इस कार्यक्रम में ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झाड़खंड, छत्तीसगढ़, असम, बांग्लादेश एवं अन्य राज्यों के लगभग 20 लाख लोग शामिल होंगे, इसके लिए पूरी तैयारी की गई है। श्री महतो ने बैठक में शामिल सभी लोगों को संबोधित करते हुए फिर कहा कि इस बार की महामंथन में समाज के मुख्य तीन मांगों को पुनः हासिल करने के लिए सभी बुद्धिजीवीवर्ग, वरिष्ठ नेतृत्वकर्ता एवं समाज के शुभचिंतकों द्वारा इस विषय पर गहन चर्चाएं होगी। 

जिसमें पहला कुड़मी को अनुसूचित जनजाति में यथाशीघ्र शामिल किया जाए। दूसरा कुड़माली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए और तीसरा कुड़मी एक प्रकृतिवादी हैं, इसके लिए सारना धर्म कोड लागू किया जाए। उन्होंने फिर कहा कि इस महाजुटान में हितमितान सह कुड़मी नामधारी के सभी संगठनों के नेतृत्व, समर्थक और सभी राजनीतिक मतभेदों भुलाकर वर्तमान एमएलए, एमपी मंत्रियों सहित सभी राजनीतिक नेताओं को भी मंथन के लिए आमंत्रित किया गया है। ताकि हमारी मांगों की स्थिति को स्पष्ट एवं सही दिशा निर्देश मिलें।

बैठक में आदिवासी कुड़मी समाज के केंद्रीय अध्यक्ष शशांक शेखर महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष डॉ सुजीत कुमार महतो, सरायकेला जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो, अशोक पुनअरिआर, गुणधाम मुतरुआर, जयचांद बांसरिआर, कलेश्वर कड़इआर, रमेशचन्द्र काड़ुआर, राजकिशोर हिंदइआर, शीतल पुनअरिआर, दामोदर, सुबोध, देवेन्द्रनाथ, कृष्णपद, झाबुराम, कार्तिक, दिलीप, प्रदीप, विख्यात मादइला नन्दलाल महतो आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

आरआइटी थाना क्षेत्र अंतर्गत कृष्णापुर बोंडी स्थित डीएलडी कंपनी के पास झाड़ीनुमा जंगल में मिला एक एक युवक का शव


सरायकेला : आरआइटी थाना क्षेत्र अंतर्गत कृष्णापुर बोंडी स्थित डीएलडी कंपनी के पास झाड़ीनुमा जंगल एक एक युवक का शव मिला है। 

मृतक की पहचान बेल्डीह बस्ती का रहनेवाला सोनाराम केराई के रूप में किया गया है।

जानकारी के अनुसार आरआइटी पुलिस को ग्रामीणों ने सूचित किया कि यहां एक युवक की लाश है और देखने से प्रतीत हो रहा है कि पत्थर से उसके सर को कूचल दिया गया है। 

जानकारी मिलने के बाद आरआइटी थाना प्रभारी विनय कुमार के साथ पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला सदर आसपताल भेज दिया है। वहीं मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। 

आरआइटी थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि मृतक मूल रूप से सोनूवा का रहनेवाला है, उसके पिता का नाम माता केराई है और बेल्डिह बस्ती में रहकर मजदूरी का काम करता है। जिस मकान में रहता

था वहां के लोगो से मिली जानकारी के अनुसार जांच शुरू कर दिया गया है। 

पता चला है कि मृतक अपने एक दोस्त के साथ घर से निकला था और शराब पार्टी भी की थी। संभवत: विवाद के बाद उसकी पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गयी है.मृतक सोनाराम केराई आदित्यपुर में ही दैनिक मजदूरी करता था। इस हत्या का शक उसके फरार दोस्त पर ही है।

 आरोपी अबतक पुलिस की गिरफ्त से फरार है। पुलिस

आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तालाशी शुरू कर दी है। मामले में मृतक के पिता के बयान के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। हालांकि इस हत्याकांड में किसी को नामजद नहीं बनाया गया है। पुलिस की माने तो जल्द आरोपी गिरफ्त में होंगे।

सरायकेला:सप्ताहिक जनता दरबार में फरियादी से मिले उपायुक्त,प्राप्त शिकायतों पर जांचोपरांत यथोचित करवाई करने के दिए निर्देश

सरायकेला : उपायुक्त के निर्देशानुसार सप्ताहिक जनता दरबार में जिले के विभिन्न क्षेत्र से व्यक्तिगत एवं समाजिक समस्याओं के निराकरण हेतू आए लोगो से अपर उपायुक्त श्री रविन्द्र गागराई मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत हुए। 

जनता दरबार में प्राप्त आवेदनों को उन्होंने संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को हस्तनांतरित करते हुए यथोचित कारर्वाई के निर्देश दिए, इस दौरान कुछ समस्याओं का तत्काल ही समाधान किया गया।

आज आयोजित जनता दरबार में मुख्य रुप से भूमि विवाद,वनाधिकार पट्टा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पदमपुर मे कक्षा 9 के परीक्षा हेतू JAC के निर्धारित दर से अधिक राशि की वशूल करने, चांडिल डैम विस्थापितों को स्वरोजगार से जुड़ने तथा विस्थापित समिति के उपस्थिति मे पर्यटन संवर्धन समिति के साथ ग्राम सभा आयोजित करने, कुकड़ू प्रखंड के लेटेमदा पंचायत नें अबुआ आवास योजना मे अनियमितता की जाँच करने, कुचाई सड़क दुर्घटना मे मृतक के आश्रित को मुआवजा राशि भुगतान करने, गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत रपचा पंचायत मे राशन वितरण मे अनियमितता बरतने, हिंदुजा लेयलैंड फाइनेंस ब्रांच जमशेदपुर द्वारा ऑटो लोन मे अधिक राशि भुगतान हेतू दबाव बनाने, गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत प्रियदर्शि हेमा प्राइवेट लिमटेड द्वारा सरकारी सड़क अधिगरहित कर आवागमन रोकने समेत विभिन्न आवेदन प्राप्त हुए।

जिनमे की मामलों का ऑन द स्पॉट निष्पादन किया गया वही अन्य आवेदनों पर आवश्यक कार्रवाई हेतु संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को अग्रसरित किया गया।

सराईकेला में आज किया गया भूकंप के झटके महसूस

सरायकेला : सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में आज सुबह 9 बजकर 6 मिनट पर भूकंप का जोरदार झटका गुड़ गुड़ाहाट की आवाज जमीन हिलने का अनुभव क्या गया।

सभी लोग घरों से बाहर निकले नदी ओ तलाब की पानी उथलने लगा जिसे देखकर लोगो ने नदी में नहाने के दौरान समतल में पहुंचे ।सभी घरों में राम नाम का धूनी गूजने लगा 

।बताया जाता इस प्रकार भूकंप का आवाज होने एक मात्र प्रभु राम की नाम लिया जाता ।

नासिक जिले के त्रयंबक गांव में स्थित त्र्यम्बकेश्वर ज्योर्तिलिंग मन्दिर को लेकर आइये जानते हैं पौराणिक दंतकथा


प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं अखण्डं अजं भानुकोटि प्रकाशम्।

त्रयं शूल निर्मूलन शूलपाणिं भजेऽहं भवानीपतिम भावगम्यम्।

सरायकेला : त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र प्रान्त में नासिक से लगभग 28 से 30 कि०मी० पश्चिम में अवस्थित है। 

त्र्यम्बकेश्वर ज्योर्तिलिंग मन्दिर महाराष्ट्र-प्रांत के नासिक जिले में त्रयंबक गांव में हैं।इस भव्य मंदिर के निर्माण को लेकर कहा जाता है कि इसका निर्माण तीसरे पेशवा बालाजी बाजीराव ने लगभग (1740-1760) के आसपास एक पुराने मंदिर के स्थान पर कराया था। 

इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि इस मंदिर को बनाने में कई साल लग गए थे। यहां के निकटवर्ती ब्रह्म गिरि नामक पर्वत से गोदावरी नदी का उद्गम है। इन्हीं पुण्यतोया गोदावरी के उद्गम-स्थान के समीप स्थित त्रयम्बकेश्वर- भगवान की भी बड़ी महिमा हैं गौतम ऋषि तथा गोदावरी के प्रार्थनानुसार भगवान शिव इस स्थान में वास करने की कृपा की और त्र्यम्बकेश्वर नाम से विख्यात हुए।

 मंदिर के अंदर एक छोटे से गढ्ढे में तीन छोटे-छोटे लिंग है, ब्रह्मा, विष्णु और शिव- इन तीनों देवों के प्रतीक माने जाते हैं। शिवपुराण के अनुसार ब्रह्मगिरि पर्वत के ऊपर जाने के लिये चौड़ी-चौड़ी सात सौ सीढ़ियाँ बनी हुई हैं। इन सीढ़ियों पर चढ़ने के बाद 'रामकुण्ड' और 'लक्ष्मणकुण्ड' मिलते हैं और शिखर के ऊपर पहुँचने पर गोमुख से निकलती हुई भगवती गोदावरी के दर्शन होते हैं।

माना जाता हैं की इस नदी में औषधीय गुण है। और ऐसी मान्यता हैं की गोदावरी नदी में नहाने से पाप नष्ट हो जाते हैं। माना जाता हैं की मंदिर के अंदर आध्यात्मिक शक्ति है। इसके दर्शन से मोक्ष प्राप्ति हो जाती हैं।

त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग की पौराणिक कथा- एक बार महर्षि गौतम के तपोवन में रहने वाले ब्राह्मणों की पत्नियाँ किसी बात पर उनकी पत्नी अहल्या से नाराज हो गयीं। उन्होंने अपने पतियों को ऋषि गौतम का अपकार करने के लिये प्रेरित किया। उन ब्राह्मणों ने इसके निमित्त भगवान् श्री गणेश जी की आराधना की। उनकी आराधना से प्रसन्न हो गणेश जी ने प्रकट होकर उनसे वर माँगने को कहा। 

उन ब्राह्मणों ने कहा, “प्रभो! यदि आप हम पर प्रसन्न हैं तो किसी प्रकार ऋषि गौतम को इस आश्रम से बाहर निकाल दें।उनकी यह बात सुनकर गणेश जी ने उन्हें ऐसा वर न माँगने के लिये समझाया। किन्तु वे अपने आग्रह पर अटल रहे। अन्ततः गणेश जी को विवश होकर उनकी बात माननी पड़ी।

"महर्षि गौतम पर गौहत्या का आरोप"- अपने भक्तों का मन रखने के लिये वे एक दुर्बल गाय का रूप धारण करके ऋषि गौतम के खेत में जाकर चरने लगे। गाय को फसल चरते देखकर ऋषि बड़ी नरमी के साथ हाथ में तृण लेकर उसे हाँकने के लिये लपके। 

उन तृणों का स्पर्श होते ही वह गाय वहीं मरकर गिर पड़ी। अब तो बड़ा हाहाकार मचा। सारे ब्राह्मण एकत्र हो गोहत्यारा कहकर ऋषि गौतम की भूरि-भूरि भर्त्सना करने लगे। ऋषि गौतम इस घटना से बहुत आश्चर्य चकित और दुःखी थे। अब उन सारे ब्राह्मणों ने उनसे कहा कि तुम्हें यह आश्रम छोड़कर अन्यत्र कहीं दूर चले जाना चाहिये। गोहत्यारे के निकट रहने से हमें भी पाप लगेगा ।

विवश होकर ऋषि गौतम अपनी पत्नी अहल्या के साथ वहाँ से एक कोस दूर जाकर रहने लगे। किन्तु उन ब्राह्मणों ने वहाँ भी उनका रहना दूभर कर दिया। वे कहने लगे, “गोहत्या के कारण तुम्हें अब वेद-पाठ और यज्ञादि के कार्य करने का कोई अधिकार नहीं रह गया है।” अत्यन्त कातर भाव से ऋषि गौतम ने उन ब्राह्मणों से प्रार्थना की कि आप लोग मेरे प्रायश्चित्त और उद्धार का कोई उपाय बतावें। तब उन्होंने कहा, “गौतम! तुम अपने पाप को सर्वत्र सबको बताते हुए तीन बार पूरी पृथ्वी की परिक्रमा करो। 

फिर लौटकर यहाँ एक महीने तक व्रत करो। इसके बाद ‘ब्रह्मगिरि’ की 101 परिक्रमा करने के बाद तुम्हारी शुद्धि होगी अथवा यहाँ गंगा जी को लाकर उनके जल से स्नान करके एक करोड़ पार्थिव शिवलिंगों से शिव जी की आराधना करो। इसके बाद पुनः गङ्गा जी में स्नान करके इस ब्रह्मगिरि की 11 बार परिक्रमा करो। फिर सौ घड़ों के पवित्र जल से पार्थिव शिवलिंग को स्नान कराने से तुम्हारा उद्धार होगा।”

"गौतम ऋषि की तपस्या"- 

ब्राह्मणों के कथनानुसार महर्षि गौतम वे सारे कृत्य पूरे करके पत्नी के साथ पूर्णतः तल्लीन होकर भगवान् शिव की आराधना करने लगे। इससे प्रसन्न हो भगवान् शिव प्रकट होकर उनसे वर माँगने को कहा। महर्षि गौतम ने उनसे कहा- भगवन्! मैं यही चाहता हूँ कि आप मुझे गोहत्या के पाप से मुक्त कर दें।

भगवान् शिव ने कहा, “गौतम! तुम सदैव, सर्वथा निष्पाप हो। गोहत्या तुम्हें छलपूर्वक लगायी गयी थी। छलपूर्वक ऐसा करवाने वाले तुम्हारे आश्रम के ब्राह्मणों को मैं दण्ड देना चाहता हूँ।

महर्षि गौतम ने कहा, “प्रभो! उन्हीं के निमित्त से तो मुझे आपका दर्शन प्राप्त हुआ है। अब उन्हें मेरा परमहित समझकर उनपर आप क्रोध न करें।” बहुत-से ऋषियों, मुनियों और देवगणों ने वहां एकत्र हो गौतम की बात का अनुमोदन करते हुए भगवान् शिव से सदा वहाँ निवास करने की प्रार्थना की।

 वे उनकी बात मानकर भगवान भोलेनाथ वहीं गौतमी-तट पर त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रतिष्ठित हो गए।गौतम जी द्वारा लायी गयी गंगा जी भी वहीं पास में गोदावरी नाम से प्रवाहित होने लगीं। 

त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग की सबसे अद्भुत और मुख्य बात यह हैं कि इसके तीन मुख (सिर) हैं, जिन्हें एक भगवान ब्रह्मा, एक भगवान विष्णु और एक भगवान रूद्र का रूप माना जाता है। इस लिंग के चारों ओर एक रत्न जड़ित मुकुट रखा गया है, जिसे त्रिदेव के मुखोटे के रुप में माना गया है। इस मुकुट में हीरा, पन्ना और कई बेशकीमती रत्न लगे हुए हैं। त्र्यंबकेश्वर मंदिर में इसको सिर्फ सोमवार के दिन शाम 4 से 5 बजे तक दर्शनार्थियों को दिखाया जाता है। गोदावरी नदी के किनारे बने त्र्यंबकेश्वर मंदिर का निर्माण काले पत्थरों से किया गया है। इस मंदिर की वास्तुकला बहुत ही अद्भुत और अनोखी है।

भव्य त्र्यंबकेश्वर मंदिर इमारत सिंधु आर्यशैली का अद्भुत नमूना है। इस मंदिर के भीतर एक गर्भगृह है, जिसमें प्रवेश करने के पश्चात् शिवलिंग आंख के समान दिखाई देता हैं, जिसमें जल भरा रहता हैं। यदि ध्यान से देखा जाए तो इसके भीतर एक इंच के तीन लिंग दिखाई देते हैं। इन तीनो लिंगो को त्रिदेव यानि ब्रह्मा, विष्णु, महेश का अवतार माना जाता है। इस मंदिर में कालसर्प दोष की शांति वैदिक पंडितों के द्वारा करवाई जाती हैं।

त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं

 महाराष्ट्र का त्र्यम्बकेश्वर मंदिर भगवान शिव का ऐसा ही एक ज्योतिर्लिंग है, जिसकी महिमा अपार है।इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन जो भी करता है भगवान शिव उसके सभी कष्टों दूर करते हैं।यह महापातकों का नाशक और मुक्ति- प्रदायक है। जब सिंह राशि पर बृहस्पति आते हैं, तब इस गौतमी तट पर सकल तीर्थ, देवगण और नदियों में श्रेष्ठ गंगाजी पधारती हैं तथा महाकुंभ पर्व होता हैं। यह सभी का परम सौभाग्य है ।

उपायुक्त की अध्यक्षता में राजस्व से सम्बन्धित समीक्षा बैठक सम्पन्न


*दाखिल-ख़ारिज, स्व म्यूटेशन की धीमी प्रगति तथा परिशोधन पोर्टल के लंबित मामलों पर जताई नराजगी,

सरायकेला : जिला दण्डाधिकारी -सह- उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला के अध्यक्षता में आज राजस्व से सम्बन्धित समीक्षा बैठक आहूत की गई। विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित उक्त बैठक में उपायुक्त नें अंचल कार्यालय अंतर्गत संचालित योजनाओं जैसे- दाखिल ख़ारिज, सक्सेशन-म्यूटेशन, सीमांकन, परिसोधन पोर्टल पर प्राप्त आवेदन की वस्तु स्थिति, इ-गवर्नन्स कोर्ट से सम्बन्धित मामले, न्यायालय से सम्बन्धित लंबित वाद, पी एम किसान इ – के.वाई.सी समेत विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के क्रम में दाखिल ख़ारिज, स्व म्यूटेशन तथा परिसोधन पोर्टल पर लंबित मामलों पर आपत्ति जताते हुए सम्बन्धित पदाधिकारियों को शोकॉज कर कार्य में शुद्धरात्मक प्रगति लाने के निर्देश दिए। इस क्रम में दाखिल ख़ारिज में धीमी प्रगति पर कुकड़ू एवं गम्हरिया गम्हरिया के पूर्व अंचलधिकारी को शोकॉज करने, स्व म्यूटेशन में चांडील, गम्हरिया एवं सरायकेला अंचल में अधिक रिजेक्शन पर जिला स्तर से टीम गठित कर जाँच कराने तथा परिसोधन पोर्टल पर चंडील एवं सरायकेला में सर्वाधिक लंबित मामले पर शोकॉज कर उक्त मामलों को यथाशीघ्र निष्पदित करने के निर्देश दिए।

समीक्षा क्रम में उपायुक्त नें मुख्यमंत्री फसल राहत योजना अंतर्गत रवी एवं खरीफ के लंबित लैंड वेरिफिकेशन कार्य को इस सप्ताह तक पूर्ण करने, पी एम किसान योजना अंतर्गत न्यू रजिस्ट्रेशन के लंबित कार्य को 1 मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। वही मनकी-मुंडा, ग्राम प्रधान के सम्मान राशि भुगतान का समीक्षा करने हुए तकनीकी समस्याओ का आपसी तालमेल स्थापित कर दूर करते हुए जनवरी माह तक का भुगतान करने तथा फ़रवरी माह के भुगतान हेतू प्रक्रिया प्रारम्भ करनें के निर्देश दिए।

बैठक के अंत में उपायुक्त नें अपर उपायुक्त को योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष निगरानी रखने तथा सभी अंचलधिकारी को अंचल स्तर पर योजनाओं का नियमित समीक्षा करने तथा योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतू आपसी तालमेल स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए।

बैठक में उपायुक्त के साथ अपर उपायुक्त श्री रविन्द्र गागराई, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला, अनुमंडल पदाधिकारी चंडील, जिला भु अर्जन पदाधिकारी सरायकेला, जिला भु अर्जन पदाधिकारी चंडील, सभी अंचलधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी उपस्थित रहें।